कार्य के प्रति उदासीनता में किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा।
चंपावत(उत्तराखंड) जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे द्वारा बुद्धवार को जिला कार्यालय सभागार में मासिक स्टाफ बैठक ली। बैठक लेते हुए जिलाधिकारी कहा की कार्य के प्रति उदासीनता दिखाने वाले कार्मिकों को बिलकुल बक्शा नहीं जाएगा। 15 दिन के बाद पुनः स्टाफ बैठक आयोजित की जाएगी, उसमें किसी भी प्रकार की उदासीनता या अनुशासनहीनता प्रकट हुई तो वह क्षम्य नहीं होगी।
मासिक स्टाफ बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जिला कार्यालय के विभिन्न पटलों, जिले में कानून व्यवस्था, विभिन्न न्यायालयों में लंबित वादों, राजस्व कार्यो, राजस्व वसूली, अभियोजन कार्यों की जांच, खनन,आबकारी, परिवहन आदि विभागों के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों की मासिक समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों व तहसीलदारों को नियमित रूप से अपने अपने न्यायालय में बैठकर लंबित तथा माह में दर्ज वादों का निस्तारण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि पुराने लंबित वादों का समय पर निस्तारण हेतु प्राथमिकता के तहत इन वादों की सुनवाई हेतु सभी अधीनस्थ न्यायालयों में बैठकर इनका निस्तारण करें।
जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों व तहसीलदार को निर्देश दिए कि वह एक अभियान के तहत राजस्व वादों का निस्तारण करें। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि तहसीलों में तहसील दिवस के आयोजन के दिन वह स्वयं तहसीलों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी तहसील कार्यालयों में बेहतर कनेक्टिविटी हो तथा जरनेटर फर्नीचर, कंप्यूटर व आवश्यक उपकरण भी क्रय किए जाए, जनता के कार्य समय पर हों। दूर दराज से आने वाले व्यक्ति को किसी भी कारणवश बिना काम किये वापस न जाना पड़े इसके लिए प्रत्येक पटवारी एक दिन अपने मुख्यालय बैठकर कार्य करें और सप्ताह में दो राजस्व गांव का स्थलीय निरीक्षण करें।
इसके साथ ही उन्होंने 15 दिन में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को जिला कार्यालय के समस्त पटलों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए तथा साथ ही कहा कि प्रत्येक माह में अपर जिलाधिकारी द्वारा भी सभी पटलों का निरीक्षण किया जाएगा।जिलाधिकारी ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाय,एसडीएम तथा ईओ नियमित रूप से निरीक्षण करें।
उन्होंने सभी ईओ को वेंडिंग जोन बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में जनोपयोगी कार्य किए जाए। भवन कर की समय पर शत प्रतिशत वसूली के साथ ही कूड़ा निस्तारण हेतु यूजर चार्ज लिया जाय। स्ट्रीट लाइटों को बढ़ाया जाए,नगरीय क्षेत्रों में बेहतर सफाई हो। जिलाधिकारी ने सभी ईओ को निर्देश दिए कि वह नगरीय क्षेत्रों में जनता को गृहकर आदि जमा करने हेतु शीघ्र ही नगर निकाय में ई नगर सेवा संचालित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी पटवारी गांवों में जाकर सार्वजनिक तौर पर गांव में खतौनी को पढ़कर निर्विवाद विरासतन के मामलों का निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि जिले के सभी अधीनस्थ राजस्व न्यायालयों में लंबित वादों का समय से निस्तारण हो यह संबंधित मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा प्रत्येक माह अधीनस्थ न्यायालयों में लंबित वादों की समीक्षा की जाएगी।बैठक में आबकारी की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने आबकारी विभाग को निर्देश दिए कि जिले में शराब की दुकानों में कहीं भी ओवर रेटिंग न हो इस हेतु सभी दुकानों समय समय पर निरीक्षण किया जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि जिले में कहीं पर भी अवैध खनन नहीं होना चाहिए लगातार छापामारी कार्यवाही की जाए रात्रि में भी चेकिंग अभियान चलाया जाए अवैध खनन पर पूर्ण रोकथाम लगाए जाने हेतु राजस्व व खनन विभाग के अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग की समीक्षा के दौरान एआरटीओ को लगातार छापामारी कार्यवाही कर ओवरलोडिंग आदि पर रोक लगाने के निर्देश दिए साथ ही दुर्घटना की रोकथाम हेतु आवश्यक कार्यवाही के भी निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने आपदा मद के अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि आपदा मद में जो भी प्रस्ताव अभी अवशेष रह गए हैं, उन प्रस्तावों को समिति से पास कर विभागों को कार्य कराए जाने हेतु धनराशि आवंटित की जाय, तथा विभागों से उपभोग प्रमाण पत्र भी ली जाय।
राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने शत प्रतिशत वसूली किए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी हेमंत वर्मा ,उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल, विभिन्न विभागों के अधिकारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी जिला कार्यालय गीता गौतम सहित जिला कार्यालय के सभी पटलों के प्रभारी आदि उपस्थित थे।