टनकपुर(चम्पावत)- आज दुनिया में कई कारणों से लोग डिप्रेशन या मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं अधिकतर लोग मानसिक रोग की चपेट में इस प्रकार आ जाते हैं कि उन्हें आत्महत्या के ख्याल भी आने लगते हैं ऐसे में विश्व को मेंटल हेल्थ के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से टनकपुर न्यायालय परिसर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। वेबीनार के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल जज न्यायिक मजिस्ट्रेट टनकपुर रजनीश मोहन द्वारा की गई कार्यक्रम में कॉविड-19 के दौरान मानसिक रोगियों की संख्या में वृद्धि होने पर विचार विमर्श किया गया तथा मानसिक रोगियों की संख्या कम से कम हो और समाज के बीच रह रहे लोगों द्वारा आत्महत्या जैसी घटनाएं ना हो इन सब बातों पर कमी लाने के लिए इस बात पर विशेष रुप से जोर दिया गया।
गोष्ठी में चिकित्सकों द्वारा जानकारी दी गई कि उनके द्वारा मानसिक रोगियों की लगातार काउंसलिंग की जा रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज के इस दौर में बच्चों को लगातार टीवी मोबाइल इत्यादि जैसी चीजों से दूर रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा आज के इस दौर में लोग अच्छा पौष्टिक भोजन ग्रहण करें वह अच्छी किताबें पढ़ें उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार की कोई समस्या हो तो अपनों के बीच बात रख कर समस्याओं का समाधान निकाले और नकारात्मक अफवाहों से दूर रहे।
गोष्ठी के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हेमंत शर्मा ने कहा कि भागती दौड़ती जिंदगी में शरीर की थकान एक आम बात है कभी-कभी थकान की वजह से हम किसी शारीरिक बीमारी का भी शिकार बन जाते हैं शारीरिक बीमारी सभी को नजर नहीं आती है या कम से कम पीड़ित को इसके बारे में पता होता है कि वह बीमार हैं और उसे इलाज की जरूरत है संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आफताब आलम ने कहा कि मानसिक बीमारी या मानसिक रूप से अस्वस्थ होने पर कभी-कभी उस व्यक्ति को भी पता नहीं चलता जो खुद इस बीमारी से जूझ रहा होता है ऐसे में मेंटल हेल्थ को लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है।
तहसीलदार टनकपुर पिंकी आर्य ने टनकपुर क्षेत्र में बनाए गए कोबिट सैंटरो की उचित व्यवस्था होने की बात कही कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्साअधिकारी डॉ हेमंत शर्मा , आफताब आलम, तहसीलदार पिंकी आर्य, बार एसोसिएशन अध्यक्ष विजय शुक्ला, पेशकार विनोद कुमार ,डिप्टी नजीर भरत सिंह बोरा, वैयक्तिक सहायक गिरीश चंद, आदि शामिल रहे।






