प्रो अजय रावत की किताब “उत्तराखंड के समग्र राजनीतिक इतिहास” पर बवाल,थारू जनजाति समाज ने किताब में अपमानित टिप्पणी पर जताया आक्रोश,कार्यवाही की मांग

खटीमा(उत्तराखंड)- मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के प्राध्यापक एवं निदेशक प्रोफेसर अजय सिंह रावत द्वारा लिखित पुस्तक ‘उत्तराखंड का समग्र राजनीतिक इतिहास, में थारू जनजाति पर की गई अपमानजनक टिप्पणी से नाराज थारू जनजाति के सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों ने खटीमा शहर में रैली निकालकर लेखक के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रोफेसर अजय सिंह रावत द्वारा लिखी गई पुस्तक को तत्काल बैन करने व प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग को लेकर पुलिस व एसडीएम खटीमा को ज्ञापन भी दिया।
उधम सिंह नगर जनपद की सीमांत तहसील खटीमा में 21जुलाई को थारू राणा परिषद के बैनर तले थारू जनजाति समाज के सैकड़ों लोगों ने मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के प्राध्यापक एवं निदेशक प्रोफेसर अजय सिंह रावत के खिलाफ नगर में रैली निकाल कर लेखक पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। थारू जनजाति के लोगों ने प्रोफेसर अजय सिंह रावत द्वारा लिखित पुस्तक में ‘उत्तराखंड का समग्र राजनीतिक इतिहास, में थारू जनजाति पर की गई अपमानजनक टिप्पणी से नाराज होकर प्रोफेसर अजय सिंह की पुस्तक को तत्काल बैन करने की मांग की। वही प्रोफेसर अजय सिंह पर थारू समाज के इतिहास को तोड़ मरोड़ कर गलत तथ्यों के आधार पर पेश करने और आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण उन पर तत्काल वैधानिक कार्रवाई करने की भी मांग है।


खटीमा के पूर्व ब्लाक प्रमुख व राणा थारू विकास परिषद के अध्यक्ष दान सिंह राणा ने मीडिया से कहा प्रोफ़ेसर अजय सिंह रावत ने थारू जनजाति के गौरवशाली इतिहास के साथ अपनी किताब में भद्दा मजाक किया है साथ ही हम समाज के प्रति जो अशोभनीय टिप्पणी की है उससे पूरा थारू समाज बहुत गुस्से में हैं। थारू समाज के सैकड़ों लोगों ने आज खटीमा में रैली निकालकर अपना विरोध प्रदर्शन किया है उनकी सरकार से मांग है तत्काल प्रोफेसर अजय सिंह रावत द्वारा लिखी किताब को बैन किया जाए साथ ही प्रोफेसर अजय सिंह रावत द्वारा थारू समाज का अपमान करने पर उनके खिलाफ कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाए।

इस अवसर पर थारू समाज के लोगो ने खटीमा कोतवाल नरेश चौहान व एसडीएम खटीमा रविंद्र बिष्ट को ज्ञापन सौंप थारू जनजाति समाज का अपमान करने वाले लेखक रावत के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की साथ ही उनकी किताब को तत्काल बैन करने की भी सरकार से मांग की।इस अवसर पर थारू राणा परिषद के अध्यक्ष दान सिंह राना,पूर्व अध्यक्ष रमेश सिंह राना,ओम प्रकाश राना,दिनेश राना,राम किशन राना ,रोहित राणा,रविंद्र राणा,सहित थारू जनजाति समाज के सैकड़ों लोग इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।



