खटीमा(उत्तराखंड) – पूरे भारतवर्ष में दशहरे के समापन के साथ भले ही रामलीलाओं का मंचन समाप्त हो जाता हो।लेकिन उत्तराखंड के कई इलाके ऐसे है जंहा अभी भी रामलीलाओं का मंचन चल रहा है।सीमांत तहसील क्षेत्र खटीमा की विभिन्न्न ग्राम सभाओं में रामलीलाओं का मंचन वर्तमान में चल रहा है।
खटीमा के आदर्श रामलीला समिति चटिया फार्म द्वारा सुंदर रामलीला का मंचन किया जा रहा है।हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आदर्श रामलीला समिति चटिया फार्म के तत्वाधान में आयोजित श्री रामलीला मंचन के अष्टम दिवस का शुभारंभ डॉ. आरिफ खान, श्री गौरीशंकर अग्रवाल व्यापार मंडल अध्यक्ष, श्री सुरेंद्र अग्रवाल, श्री हरीश चंद्र पूर्ति निरीक्षक दिनेशपुर, श्री बलवंत सिंह खडायत,डॉ. दीपांक,डॉ. नवीन भट्ट,थानाध्यक्ष अल्मोड़ा श्री सतीश चंद्र कापड़ी, कैप्टन विकास कपड़ी, महेश भट्ट, श्रीमती कुसुम कापड़ी, श्री विनोद कापडी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
लीला मंचन में श्री राम -लखन ने शबरी माता के झूठे बेर चखे। उसके पश्चात सुग्रीव से मित्रता करने के पश्चात हनुमान जी प्रभु का संदेश लेकर माता जानकी की खोज के लिए समुद्र पार गए। वहां से माता की शुद्धता की शुद्ध हो चूड़ामणि देकर वापस श्री राम दल से मिले।
इस अवसर पर मंच का संचालन धीरेंद्र चंद्र भट्ट द्वारा किया गया। रामलीला मंचन में श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष बहादुर सिंह बोरा, उपाध्यक्ष नरेश कलौनी व पुरुष- महिला कार्यकारिणी के सभी सज्जन उपस्थित रहे।