स्वरोजगार: चंपावत जनपद में चाइनीज राखियों को बाय बाय कहा लोगों ने,आम लोगों को पसंद आ रही हैं पिरूल व हाथ से बनी राखियां,महिला समूहों के प्रयासों को मिल रहा प्रोत्साहन

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चम्पावत(उत्तराखंड)- सीमांत जनपद के लोगों द्वारा चाइनीज राखियों को बाय बाय करते हुए पिरुल व अन्य पदार्थों से हाथ से बनी राखियों को न केवल पसन्द किया जा रहा है, बल्कि महिला समूहों द्वारा निर्मित इन राखियों को खरीद कर उन्हें प्रोत्साहित भी कर रही हैं।

संडे हाट के राखी स्टाल में पिरुल व एपण की राखियाँ विशेष आकर्षण का केंद्र रही, और आमजनों ने जनपद में महिलाओं द्वारा की जा रही इस पहल की सराहना करते हुए राखियाँ खरीदी गई, संडे मार्केट में राखी स्टाल का संचालन रीप चंपावत की आजीविका समन्वयक सुश्री आकांक्षा सिंह द्वारा किया गया।

जिलाधिकारी व सीडीओ चंपावत के दिशा निर्देश पर रीप के जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा एसएसबी की 5 वीं बटालियन के कमांडेंट से चर्चा कर आगामी दिनांक 30 अगस्त को एसएसबी कैंपस में वृहद राखी महोत्सव के आयोजन का निर्णय लिया गया जिसमें स्थानीय समूहों की महिलाओं द्वारा एसएसबी जवानों की कलाई में राखी बांधने के साथ ही हस्त निर्मित राखियो का स्टाल लगाया जायेगा।

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रीप संस्था द्वारा पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार देवीधूरा मेले में स्थानीय उत्पादों व राखी स्टाल स्टाल की तैयारी पूर्ण कर ली गई है 28 अगस्त से रीप द्वारा स्थानीय उत्पाद से सजे स्टालों का संचालन प्रारंभ किया जायेगा।

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Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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