एसएसबी 57वीं वाहिनी सितारगंज ने एसएसबी का 59वां स्थापना दिवस हर्षो उल्लास के साथ मनाया,स्थापना दिवस पर खेलकूद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हुआ आयोजन


सितारगंज(उत्तराखंड)- 57 वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, सितारगंज द्वारा बल का 59वां स्थापना दिवस बड़े हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया। इस खुशी के उपलक्ष में वाहिनी के सभी जवानों ने खेल-कूद व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया। तथा अपने समकक्ष APF नेपाल,सहयोगी संगठन जैसे उत्तराखंड पुलिस, उत्तराखंड प्रशासन, कस्टम विभाग, वन विभाग, बीएसएफ, सीआरपीएफ़, व अन्य संघटनों को मिठाई खिला स्थापना दिवस पर अपनी खुशी का इजहार किया।

एसएसबी 57 वी वाहिनी सितारगंज के कमांडेंट अनिल कुमार नेहरा ने बताया की SSB का गठन Special Services Bureau के नाम से भारत-चीन युद्ध की प्रष्ठभूमि में 1963 में किया था। उस समय बल का मुख्य उद्देशय भारत-चीन के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले जनमानस में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत करना था, साथ ही सीमांत इलाके के लोगो को देश सेवा में आत्म सुरक्षा हेतु प्रशिक्षित करना व उनके लिए जनकल्याणकारी कार्यों को करना था।


युद्ध के उपरांत वन बॉर्डर वन फोर्स के तहत SSB को सशस्त्र सीमा बल के नाम से गृह मंत्रालय के अंतर्गत 2001 में 1751 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल व 2004 में 699 किलोमीटर लंबी भारत-भूटान अंतरराष्ट्रीय सीमा सुरक्षा का कार्यभार सौंपा गया। अपनी नयी भूमिका में बल की कुल 73 वाहिनियाँ अंतरराष्ट्रिय सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा जैसे छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार आदि राज्यों में नक्सलवाद के खात्मे व जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की समाप्ती के लिए नित नयी-नयी उपलब्धियां प्राप्त कर रही हैं।
इस अवसर पर कमांडेंट अनिल कुमार नेहरा ने सितारगंज मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रमों के अलावा नेपाल सीमा पर स्थित बनबसा,धनुसपुल,बार नारायन नगर मेलाघाट इलाको में पहुंच स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत कर एसएसबी जवानों को शुभकामनाएं दी।साथ ही बॉर्डर एजेंसियों व सीमांत जनप्रतिनिधियों के साथ स्थापना दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया।इस अवसर पर एसएसबी के अधिकारी व जवान कार्यक्रमों में मोजूद रहे।
