

टनकपुर(चंपावत)- 5 वर्ष पहले भारत सहित विश्व भर में फैले कोरोना संक्रमण के चलते उत्तराखंड से कैलाश मानसरोवर जाने वाली यात्रा को जहां बंद कर दिया गया था, वही यात्रा बंद होने के उपरांत पांच वर्ष बाद उत्तराखंड के टनकपुर से इस पवित्र यात्रा का शुभारंभ 3जुलाई 2025 को पहले यात्रा जत्थे के टनकपुर पहुंचने के साथ हुआ।देश भर के विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड के टनकपुर पहुंच पहले जत्थे को स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर टीआरसी परिसर से चार जुलाई की सुबह हरी झंडी दिखा रवाना किया था।तभी लगातार तय कार्यक्रम के अनुसार अन्य मानसरोवर यात्रा जत्थे टनकपुर पहुंच मानसरोवर दर्शन हेतु रवाना होते रहे।
उत्तराखंड में कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा इस यात्रा ने देश भर से आए यात्रियों के उत्तराखंड में विभिन्न पड़ाव यात्रा सुविधाओ सहित यात्रा सुविधाओ का जिम्मा लिया गया था।जिन सुविधाओ की मानसरोवर यात्रियों द्वारा भी तारीफ की गई।प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से मानसरोवर के वर्षो पुराने यात्रा मार्ग हल्द्वानी काठगोदाम को बदल कर पहली बार चंपावत जिले के टनकपुर से शुरू किया गया।वही उत्तराखंड में कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 का पांचवा यानी अंतिम जत्था भी शुक्रवार की शाम को चंपावत जिले के टनकपुर पर्यटक आवास गृह में पहुंच गया।टनकपुर पहुंचे मानसरोवर यात्रा जत्थे का टीआरसी प्रबंधक मनोज कुमार,मां पूर्णागिरी पर्यावरण संरक्षण समिति अध्यक्ष दीपा देवी उनकी संस्था के सदस्य छोटे बच्चे व टीआरसी कर्मिको ने भव्य स्वागत अभिनंदन किया।वही देश भर के सोलह राज्यों से पहुंचे 50 मानसरोवर यात्रियों ने अपने स्वागत केंद्र व राज्य सरकार की सुविधाओ सहित कुमाऊं मंडल विकास निगम की जमकर तारीफ करी।साथ ही यात्रा सुविधाओ को बेहतर बता राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया।कैलाश मानसरोवर यात्री रात्रि विश्राम टनकपुर पर्यटक आवास गृह में करने के उपरांत शनिवार को मानसरोवर यात्रा के अगले पड़ाव हेतु रवाना होंगे।
फिलहाल उत्तराखंड में लम्बे समय बाद शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 के अंतिम जत्थे के पहुंचने के साथ ही इस बार यात्रा कुमाऊं मंडल विकास निगम के इस ऐतिहासिक यात्रा के सफल संचालन के लिए जानी जायेगी।राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त यात्रा सुविधाओ व के एम वी एन के पर्यटक आवास गृह में मानसरोवर यात्रियों के बेहतरीन आतिथ्य सत्कार व कुमाऊं की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत ,पारंपरिक खान पान से देश भर के विभिन्न यात्रियों को रूबरू कराना प्रमुख रहा।कुमाऊं मंडल विकास निगम के इन प्रयासों की अंतिम जत्थे में टनकपुर पहुंचे राम जी तिवारी,अशोक कुमार त्रिपाठी, निवासी राजस्थान अन्य सभी यात्रियों ने भूरी भूरी प्रशंसा की।फिलहाल शनिवार को यात्रा टनकपुर से पिथौरागढ़,धारचूला के अगले पड़ाव हेतु रवाना हो जायेगी।