खटीमा(उत्तराखण्ड)- हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय खटीमा में इतिहास विभाग के तत्वावधान में 26 मार्च को चिपको आंदोलन की धूमधाम से वर्षगाँठ मनाई गई। इस अवसर पर छात्राओं ने महाविद्यालय प्रांगण में एक वृक्ष से लिपटकर और हाथो में ” पेड़ नही , हम कटेंगे” तथा” पेड़ हमारा मायका हैं” और क्या हैं जंगल के उपकार, मिट्टी पानी और बयार
, मिट्टी पानी और बयार , ज़िन्दा रहने के आधार” आदि दफ़्तियों और नारो के साथ चिपको आंदोलन का प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया।
महाविद्यालय खटीमा के प्राचार्य प्रो आर सी पुरोहित एवं इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ केके मिश्रा ने कार्यक्रम का उद्घाटन कर छात्र छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ प्रशान्त जोशी ने छात्र छात्राओं को चिपको आंदोलन की पृष्ठभूमि, आवश्यकता, गौरा देवी, चंडी प्रसाद भट्ट, और सुंदरलाल बहुगुणा के योगदान पर प्रकाश डालते हुए चिपको आंदोलन को समग्र यात्रा पर प्रकाश डाला और ब्रिटिश वनक़ानूनो की जानकारी दी।
इस अवसर पर वाणिज्य विभागध्यक्ष डॉ आशुतोष कुमार, डॉ केबी श्रीवास्तव डॉ गुरेन्द्र सिंह, डॉ प्रमोद कांडपाल, डॉ आर एस नेगी, डॉ वीपी पांडेय, डॉ विपिन भट्ट, , निषिकेत भट्ट , दीपक सिंह मुड़ेला ,यश गहतोड़ी , सौरभ भारती एवं स्नातक परास्नातक के समस्त छात्र छात्रा मौजूद रहे।