

खटीमा(उत्तराखंड) – सीमांत क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्यालय डायनेस्टी मॉडर्न गुरुकुल एकेडमी छिनकी फार्म खटीमा में भारतीय संविधान के जनक डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा अंबेडकर जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया।
डॉ.अंबेडकर जी ने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और समाज में व्याप्त जातिवाद असमानता और शोषण के खिलाफ संघर्ष किया। उनके द्वारा दिए गए योगदान के लिए समस्त भारतवर्ष सदैव उनका ऋणी रहेगा।

विद्यालय के प्रबंध निदेशक धीरेंद्र चंद्र भट्ट ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर दलित और शोषित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते थे और सामाजिक संगठनों की स्थापना में उनकी विशेष भूमिका रहती थी। उनका मानना था कि समाज में बदलाव लाने का महत्वपूर्ण साधन केवल शिक्षा ही है और वे सदैव इसके लिए प्रयासरत रहते थे। भारतवर्ष को समृद्ध व एकजुट करने के लिए उन्होंने अपना अविस्मरणीय योगदान दिया।
विद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती प्रेमा भट्ट ने डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर कहा कि अंबेडकर जी श्रमिकों किसने और महिलाओं के अधिकारों के लिए सदैव समर्थन करते थे। समाज के प्रत्येक वर्ग को समानता की भावना से देखते थे। उनके द्वारा दिया गया योगदान समाज में सदैव सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहयोग प्रदान करता है।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य चंद्रकांत पनेरु, प्रशासनिक अधिकारी मनीष चंद, एकेडमिक डायरेक्टर विक्टर आवन, सुरेश ओली, हरीश भट्ट, दिगंबर भट्ट, अशोक जोशी, मनीष ठाकुर, सुरेंद्र रावत, हेमलता बोरा,ऊषा भट्ट, ऊषा चौसाली, लिंसी त्यागी, शिल्पा सक्सेना, हेम गहतोड़ी, केशव जोशी, रमेश चंद्र जोशी, प्रमोद कुमार वह विद्यालय परिवार के समस्त शिक्षक गण उपस्थित रहे।






