खटीमा(उधम सिंह नगर)- राज्य गठन में अहम भूमिका निभाने वाले व खटीमा के वरिष्ठ उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी खटीमा निवासी पूर्व प्रधान भगवान जोशी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा द्वारा मूल निवास 1950 पर समाजवादी पार्टी के पक्ष में खड़े रहते हुए मूल निवासियों के विरुद्ध जो बयान जारी किया है उसे पर घोर निराशा व्यक्त करते हुए उसे निंदनीय बताया है। उनका कहना है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने जब प्रत्येक राज्य के लिए जिसमें की नव सृजित झारखंड तथा छत्तीसगढ़ राज्य भी शामिल है 1950 मूल निवास की कट ऑफ डेट को मान्यता प्रदान की है तब उत्तराखंड को भारत के अन्य राज्यों से इतर मूल निवास 1950 से कैसे वंचित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायक विनोद चमोली मूल निवास 1950 के पक्ष में रहकर अपनी पार्टी लाइन से हटकर जनता के साथ खड़े हैं वही पूरी की पूरी कांग्रेस आज मुश्किल समय में मूल उत्तराखंडियों के खिलाफ खड़ी होकर बेशर्मी से बयान जारी कर हमारे आंदोलन को धक्का पहुंचाने का कार्य कर रही है कांग्रेस शुरू से ही राज्य विरोधी रही है 1994 में कांग्रेस के समर्थन से ही मुलायम सिंह की सरकार उत्तर प्रदेश में चल रही थी जबकि खटीमा मसूरी तथा मुजफ्फरनगर जैसे कांड हुए तथा उत्तराखंड की नारियों का चीर हरण हुआ आज वही कांग्रेस उत्तराखंडियों से वोट तो चाहती है लेकिन उनके हक से वंचित रखने के लिए अनावश्यक बयान जारी कर रही है।
जिसका की उत्तराखंड का आंदोलित जनमानस घोर विरोध करता है याद रहे कि कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा द्वारा ही मूल निवास खत्म किया गया था।उन्होंने कहा की कांग्रेस को उत्तराखंडियों की भावनाओ का सम्मान के मूल निवास व भू कानून की मांगो पर मजबूती से खड़ा रहना चाहिए,ना की कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को इस तरह के बेशर्मी पूर्ण बयान जारी कर उत्तराखंड के मूल जनमानस की भावनाओ का अपमान करना चाहिए।