नवरात्र में खुलेगा मां पूर्णागिरि का दरबार,मन्दिर समिति के साथ हुई बैठक में चम्पावत जिला प्रशासन ने लिया निर्णय

Advertisement
ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

टनकपुर (चंपावत)- उत्तराखंड में अनलॉक फाइव से पहले ही जहां राज्य भर के धार्मिक स्थलों को दर्शनों के लिए खोला जा चुका है।लेकिन उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थ मां पूर्णागिरी धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए कोविड महामारी के चलते नहीं खुल पाए थे।लेकिन आने वाली 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र में पूर्णागिरी धाम को श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोलने की मन्दिर समिति सदस्यों की मांग पर आखिरकार चंपावत जिला प्रशासन ने पूर्णागिरी धाम को नवरात्र से श्रद्धालुओं के लिए खोलने का निर्णय लिया है। जिला प्रशासन ने आज मन्दिर समिति के सदस्यों व प्रशासनिक अमले के साथ बनबसा सिंचाई विभाग के गेस्ट हाऊस में बैठक कर मां पूर्णागिरी दरबार को श्रद्धालुओं के दर्शनों हेतु नवरात्र से खोलने का निर्णय लिया है।कोविड -19 के नियमो के पालन के अनुरूप ही श्रद्धालु मां पूर्णागिरि धाम में दर्शन कर पाएंगे।

Advertisement
Advertisement

उत्तर भारत के प्रमुख तीर्थो में से एक पूर्णागिरि धाम देश के इक्यावन शक्तिपीठो मे से एक महत्वपूर्ण धाम माना जाता है।इसलिए माँ पूर्णागिरि धाम के प्रति लाखो लोगो की आस्था को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी एस एन पांडे ने तमाम अधिकारियों व मंदिर समिति के साथ मिलकर एक बैठक का आयोजन बनबसा के कैनाल गेस्ट हाउस में किया।जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक के बाद डीएम एसएन पांडेय ने बताया कि शारदीय नवरात्र में भक्तजन मां पूर्णागिरि के दर्शन कर सकेंगे। लेकिन सभी भक्तों को कोविड 19 के नियमों का पालन करना आवश्यक होगा। मंदिर समिति औऱ प्रशासन की बैठक में निर्णय लिया गया कि शक्तिपीठ में आने वाले भक्तों को सीमित संख्या में माता श्री पूर्णागिरि के मंदिर भेजा जाएगा। लेकिन इससे पहले उन्हें एंटीजन टेस्ट भी कराना अनिवार्य होगा l

Advertisement

जिलाधिकारी ने कहा कि बैठक में तय किया गया कि शारदीय नवरात्र में श्रद्धालु मां पूर्णागिरि के दर्शन कर सकेंगे। श्रद्धालुओं को कोविड—19 के सभी नियमों का पालन करना होगा। प्रशासन के साथ ही मंदिर समिति इसका विशेष ध्यान रखेगी। बैठक में तय हुआ कि जगबूढ़ा पुल और ठूलीगाड़ में श्रद्धालुओं का कोरोना एंटीजन टेस्ट होगा। तीर्थ यात्रियों को उत्तराखंड के स्मार्ट सिटी पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। श्रद्धालुओ को क्रमवार सीमित संख्या में माँ के दरबार मे भेजा जाएगा। ककराली गेट, बूम, ठूलीगाड़ व भैरव मंदिर से टुकड़ियों में तीर्थयात्रियों की निकासी होगी।

यह भी पढ़ें 👉  टनकपुर शारदा घाट पर नमामि गंगे चौपाल में सांस्कृतिक कलाकारों ने दी सुंदर प्रस्तुति,नमामि गंगे स्वच्छता पखवाड़े के तहत शारदा घाट में आयोजित हुआ कार्यक्रम

इस दौरान मंदिर क्षेत्र के पुजारियों, दुकानदारों को भी मास्क पहनने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग आदि नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। पूरे इलाके में पुलिस की चाक चौबंद नजर रहेगी। बैठक में पुलिस कप्तान लोकेश्वर सिंह, सीएमओ डॉ.आरपी खंडूरी, एडीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, एसडीएम हिमांशु कफल्टिया, सीओ बिपिन चंद्र पंत, तहसीलदार पिंकी आर्य,एआरटीओ रश्मि भट्ट, मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन पांडेय, चिकित्सा अधीक्षक एचएस ह्यांकी, एई लोनिवि एपीएस विष्ट, प्रभारी ईओ डॉ डीके शर्मा, टनकपुर कोतवाल जसवीर सिंह चौहान,बनबसा एसओ धीरेंद्र सोलंकी, बनबसा बैराज चौकी इंचार्ज गोविन्द विष्ट आदि मौजूद रहे।

Advertisement
Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *