लोहाघाट के देवदार वनों को कूड़ा घर बनाए जाने से दुर्लभ प्रजाति के पेड़ों को हुआ भारी खतरा,ग्रामीणों में देवदार वनों में कूड़ा डालने पर है रोष

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मनोज कापड़ी, संवाददाता, लोहाघाट।

लोहाघाट(चंपावत) – नगर के समीप चिड़िया डूंगा ग्राम की आरक्षित देवदार वनी की हरियाली समाप्त करने के लिए लोगों ने अब इसे कूड़ा घर बना दिया है ।दुर्लभ प्रजाति के देवदार वनों के कारण लोहाघाट कि यह शान व पहचान बनी हुई है।जिसके लिए भारी खतरा पैदा हो गया है।

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यहां से विश्व प्रसिद्ध अद्वैत आश्रम मायावती जाने का महत्वपूर्ण सड़क मार्ग भी होते हुए गुजरता है जहां हर वक्त देश व विदेशी श्रद्धालु पर्यटक गुजरते रहते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि नगर पालिका द्वारा डोर टू डोर जाकर कूड़ा एकत्रित करने वाले छोटे वाहनों का कूड़ा यहां डाला जा रहा है। इसके अलावा भवन निर्माण कि बेकार सामग्री को भी यहां डाला जा रहा है । आए दिनों देवदार बनी को अपने अनैतिक कार्यों का भी अड्डा बना दिया गया है। जिसका ग्रामीणों ने जोरदार विरोध किया है।

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हालांकि नगर पालिका के चेयरमैन का कहना है कि यहां कूड़ा डालने वाली बात उनके संज्ञान में अभी आई है यदि ऐसा हो रहा है तो यह एक बड़ा अपराध है। वह अपने स्तर से इस बात की जांच करेंगे।।
देवदार बनी के अंदर कई स्थानों में लोगों ने शराब पीने के अड्डे भी बनाए हुए हैं। जगह जगह शराब की बोतल बिखरी हुई है। इन असामाजिक तत्वों से मायावती आश्रम के संत भी काफी परेशान हैं।उन्होंने अब आश्रम के प्रवेश द्वार मैं गार्ड भी तैनात कर दिए हैं। मायावती के जंगलों में अभी मयखाना बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

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सामाजिक कार्यकर्ता अमित कुमार एवं अन्य लोगों का कहना है कि यदि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यहां कूड़े एवं उसमें आग लगने से पेड़ों को भारी नुकसान पहुंचेगा। ग्रामीणों ने इस ओर पुलिस का भी ध्यान आकर्षित किया है।

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Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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