

टनकपुर(चंपावत)- पिछले एक माह से भी अधिक समय से उत्तराखंड में चल रही कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 का आखिरी जत्था टनकपुर के पर्यटक आवास गृह से शनिवार को सम्मान भोले की जयकारों के बीच रवाना किया गया। कैलाश मानसरोवर यात्रा के पांचवें जाते में देश के 16 राज्यों से 50 यात्री शुक्रवार की शाम को टनकपुर टीआरसी परिसर में पहुंचे थे। जहां पर टीआरसी प्रबंधन ने सभी यात्रियों का तिलक लगा अंग वस्त्र भेंट कर स्वागत व अभिनंदन किया था।समस्त मानसरोवर यात्री मां पूर्णागिरि पर्यावरण संरक्षण समिति के नन्हे बाल कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शुक्रवार की शाम जमकर झूमे।साथ ही उत्तराखंड के कुमाऊं संस्कृति से भी रूबरू हुए थे।
बीते तीन जुलाई को शुरू हुई यात्रा के अंतिम पांचवे जत्थे में देश के छत्तीसगड़,दिल्ली,गुजरात,हरियाणा,हिमाचल प्रदेश,झारखंड,कर्नाटक, मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र, राजस्थान,तमिलनाडु, तेलंगाना,त्रिपुरा,उत्तर प्रदेश वेस्ट बंगाल सहित भारत वर्ष के कुल 16 राज्यों के 50 तीर्थ यात्री शामिल रहे।मानसरोवर टनकपुर चंपावत के बीच मार्ग बाधित होने की वजह से टनकपुर टी आर सी परिसर से देर से रवाना किए गए।वही रक्षा बंधन के पावन अवसर पर सभी तीर्थ यात्रियों को मां पूर्णागिरी संरक्षण समिति की सांस्कृतिक टीम की नन्ही बच्चियों ने रक्षा सूत्र बांध सभी यात्रियों के सफल सुखद सुरक्षित यात्रा की भोले नाथ से कामना की।रक्षा बंधन पर संस्था की बहनों के स्नेह से अभिभूत मानसरोवर यात्री इस अपार स्नेह से भावुक दिखे।साथ ही उत्तराखंड के आतिथ्य,आवभगत व स्थानीय संस्था व लोगो के सम्मान को कभी ना भूलने वाले पल बताया।
यात्रा को पर्यटक आवास गृह टनकपुर के प्रबंधक मनोज कुमार व उनकी टीम ने हरी झंडी दिखाकर पुष्प वर्षा के बीच अगले पड़ाव हेतु भोलेनाथ के जयकारों के बीच रवाना किया।
हम आपको बता दे की उत्तराखंड में बीते पांच साल बाद मानसरोवर यात्रा जहां शुरू हुई वही धार्मिक यात्राओं में सबसे कठिन यात्राओं में शुमार मानसरोवर यात्रा को सरल सुलभ व सुरक्षित करने हेतु भारत सरकार उत्तराखंड सरकार व कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा यात्रा सुविधाओ को इस बार बेहतर करने का प्रयास किया गया है।जिस वजह से मानसरोवर यात्रियों ने भी यात्रा सुविधाओ की जमकर तारीफ की है।वही मानसरोवर यात्रियों ने अन्य राज्यो की तरह उत्तराखंड सरकार द्वारा भी यात्रियों को सब्सिडी दिए जाने की बात कही।क्योंकि इस वर्ष पांचों मानसरोवर दलों में उत्तराखंड के केवल दो यात्री शामिल रहे।अन्य राज्यो से आए तीर्थ यात्रियों ने अपने राज्य से एक लाख तक की सब्सिडी राज्य सरकार द्वारा दिए जाने की बात कही है उनके अनुसार अगर उत्तराखंड सरकार भी अगली बार अपने यात्रियों को सब्सिडी देता है तो उत्तराखंड के लोग भी इस धार्मिक यात्रा में अधिक संख्या में शामिल हो सकेंगे।उन्होंने विश्वास जताया की उत्तराखंड सरकार भी अगली बार जरूर अपने राज्य के लोगो के लिए इस महत्वपूर्ण यात्रा के लिए सब्सिडी जारी कर लोगो को पवित्र मानसरोवर यात्रा के दर्शन का अवसर प्रदान करेगी।वही मानसरोवर यात्रा के अगले पड़ाव में रवानगी से पहले मां पूर्णागिरी पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा यात्रियों के कर कमलों से एक पेड़ भाई के नाम अभियान के तहत रक्षाबंधन के अवसर पर टीआरसी परिसर में पौधारोपण किया गया।इस अवसर पर पर्यटक आवास गृह टनकपुर के कार्मिक व मां पूर्णागिरि पर्यावरण संरक्षण समिति के सदस्य गण मौजूद रहे।