चंपावत: लोहाघाट के चुयरानी के धरगड़ा तोक में आतंक का पर्याय बन चुका आदमखोर गुलदार को वन विभाग ने ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में हुआ कैद,वन विभाग सहित स्थानीय ग्रामीणों ने ली राहत की सांस, बीते 9 दिसंबर को स्थानीय व्यक्ति को गुलदार ने बनाया था अपना निवाला।

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लोहाघाट(चंपावत) – चंपावत जिले के विकासखंड बाराकोट की च्यूरानी ग्राम पंचायत के तोक धरगड़ा में गुलदार के आतंक से उस वक्त निजात मिल गई जब शुक्रवार की देर रात वन विभाग द्वारा ट्रेंकुलाइज कर गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया। बीते 09 दिसंबर को विकासखंड बाराकोट की च्यूरानी ग्राम पंचायत के तोक धरगड़ा में गुलदार के हमले से देव सिंह अधिकारी (42 वर्ष) की मृत्यु के बाद क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग द्वारा लगातार निगरानी और कार्रवाई की जा रही थी।

हम आपको बता दे की खुद जिलाधिकारी चंपावत मनीष कुमार दो दिन पहले वन विभाग के साथ उक्त इलाके में स्थानीय जनता की सुरक्षा के मद्देनजर रात्रि गस्त कर चुके थे।वही संभावित स्थानों में पिंजरे लगा थर्मल कैमरों के माध्यम से गुलदार की मूवमेंट पर नजर रखने के निर्देश भी जारी किए थे।वही जिला प्रशासन की निर्देशन वन अधिकारियों के लगातार मॉनिटरिंग एवं स्थानीय वन रेंज के कार्मिकों की मेहनत के बूते आदमखोर गुलदार बाराकोट के ऊध्यूनढूंगा–स्वीलाखेड़ा क्षेत्र के समीप शुक्रवार की मध्य रात्रि उपरांत रात 2 बजे के करीब गुलदार को सफलतापूर्वक ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद किया। कार्रवाई के बाद क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है।

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वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार एहतियात के तौर पर अभी भी उक्त क्षेत्र में नियमित गश्त जारी रहेगी।वन विभाग की कार्रवाई के दौरान जिला पंचायत सदस्य योगेश जोशी एवं स्थानीय युवाओं का भी वन विभाग की टीम का साथ सहयोग रहा।गुलदार के पकड़े जाने के उपरांत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने वन विभाग की तत्परता और पेशेवर कार्यशैली की सराहना की है।जिला पंचायत सदस्य योगेश जोशी ने कहा कि ““वन विभाग की टीम ने जिस तत्परता, साहस और जिम्मेदारी के साथ यह अभियान संचालित किया, वह अत्यंत सराहनीय है। वन विभाग की पूरी टीम ने कठिन परिस्थितियों में भी जनसुरक्षा को प्राथमिकता दी। वह स्थानीय ग्रामीणों की और से वन विभाग का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ। साथ ही, क्षेत्र के युवाओं ने रातभर सहयोग देकर सामाजिक जिम्मेदारी का परिचय दिया, इसके लिए वे भी धन्यवाद के पात्र हैं।”

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वन विभाग के इस अभियान में SDO सुनील कुमार, डॉ. हिमांशु पांगती, रेंजर राजेश जोशी, फॉरेस्टर प्रकाश गिरि सहित वन विभाग की पूरी टीम ने साहस और सूझबूझ के साथ कार्य किया।इसके साथ ही क्षेत्र के युवाओं ने भी पूरी रात वन विभाग की टीम के साथ रहकर महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। इस सहयोग में सूरज बिष्ट, विजय नाथ, शुभम नाथ, सौरभ नाथ, हिमांशु नाथ एवं अमित सिंह अधिकारी शामिल रहे, जिनकी सक्रिय भूमिका को स्थानीय लोगों ने सराहा की।

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Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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