खटीमा(उत्तराखण्ड)- हमारे आसपास कई वस्तुओं ऐसी होती हैं जो उपयोग में लाए जाने के बाद बेकार हो जाती हैं। लेकिन अगर सही क्रिएशन के द्वारा उन चीजों पर वर्क किया जाए तो उन्हें भी खूबसूरत बनाकर अपने घरों में सजावट के रूप में उपयोग किया जा सकता है। दीपावली के अवसर पर ऐसी निस्प्रयोजन वस्तुओं को खूबसूरत सजावटी सामान बनाए जाने की ट्रेनिंग देने का काम कर रही हैं शिक्षाविद अंजू भट्ट। अंजू भट्ट वर्तमान में जहां डायनेस्टी गुरुकुल एकेडमी में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत है।वही उन्होंने
सहयोग फ़ाउंडेशन द्वारा मीरा यूथ डेवलपमेंट
इस कार्यशाला में दजनों प्रतिभागियों द्वारा काँच की इस्तेमाल की गई बोतलों में आकर्षक ग्लास पेंटिंग कर फ़ाइन एलईडी फिट कर सजावटी उत्पाद तैयार किए। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में अंजू भट्ट द्वारा प्रतिभागियों को कार्यशाला के उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण स्तर पर युवा महिलाओं के मध्य विज्ञान व तकनीकि का इस्तेमाल कर कुटीर उद्योग स्तर के ऐसे स्टार्टअप लाये जाने की जरूरत है जिससे उनकी आय में भी बृद्धि हो।
कार्यशाला में नेहल गुप्ता के मार्गदर्शन में 100 प्रतिभागियों द्वारा हरित तकनीकि पर आधारित 50 डेकोरेटिव बोटल लैम्प तैयार किए गए। जबकि मीरा कापड़ी ने समापन सत्र में कहा कि इन उत्पादों को आगामी समय मे शहर की प्रदर्शनियों में रीसाइकल व ऊर्जा की बचत संबंधी जागरूकता के लिए आम लोगों के लिए प्रदर्शित किए जाएंगे।