खटीमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (KITM) और महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़वाल यूनिवर्सिटी (MAHGU) के मध्य शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने के लिए हुआ एमओयू हस्ताक्षर

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

खटीमा(उधम सिंह नगर) – शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने और शैक्षिक अवसरों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, खटीमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (केआईटीएम) और महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़‌वाल यूनिवर्सिटी (एमएएचजीयू) ने 2 जुलाई, 2024 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। अपने छात्रों और संकायों को समान रूप से लाभ पहुंचाने के लिए दो प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के बीच साझेदारी को मजबूत करने का लक्ष्य रखा।

समझौता ज्ञापन के तहत कौशल विकास, पाठ्यक्रम डिजाइन और सहयोगात्मक अनुसंधान एवं विकास पहल को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया जो कि कई आधुनिक प्रमुख क्षेत्रों की रूपरेखा को तैयार करता है।

यह भी पढ़ें 👉  चंपावत जिले के बाराकोट इलाके केग्राम सभा चुयरानीधरगड़ा तोक में घर से शौच को गए व्यक्ति को गुलदार ने हमला कर उतारा मौत के घाट,एक महीने में वन्य जीव हमले में दूसरी मौत की घटना आई सामने, क्षेत्र में दहशत का माहौल,

समझौता ज्ञापन (एमओयू) के महत्वपूर्ण बिंदुः

पाठ्यक्रम डिजाइनः इस पहल का उद्देश्य उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए शैक्षिक कार्यक्रमों को तैयार करना और छात्रों को प्रतिस्पर्धी वैश्विक बाजार के लिए आवश्यक

अत्याधुनिक कौशल से लैस करना है।

संयुक्त कार्यशालाएँ/सम्मेलन/प्रशिक्षणः एमओयू संयुक्त कार्यशालाओं, सम्मेलनों और प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के आयोजन पर जोर देता है। ये कार्यक्रम दोनों संस्थानों के छात्रों और संकाय सदस्यों को अंतःविषय सीखने, विचारों का आदान-प्रदान करने और पारस्परिक हित के क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए मंच प्रदान करेंगे।

सुविधाओं को साझा करनाः अकादमिक उत्कृष्टता में अनुसंधान और विकास (आर. एंड.डी) के महत्व को पहचानते हुए, केआईटीएम और एमएएचजीयू दोनों ने आवश्यक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सुविधाओं को साझा करने के लिए प्रतिबद्ध किया है। इस सहयोग का उद्देश्य अकादमिक अनुसंधान पहल को बढ़ावा देना, शोधकर्ताओं के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना और दोनों संस्थानों द्वारा पहचाने गए प्रमुख क्षेत्रों में नवाचार को सुविधाजनक बनाना है।

यह भी पढ़ें 👉  अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन हुआ सख्त,चम्पावत तहसील क्षेत्र में व्यापक करते हुए प्रशासन ने JCB और चार डंपर किए सीज

केआईटीएम के निदेशक कमल सिंह बिष्ट ने साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा
की “यह एमओयू (MOU) हमारे संस्थानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम साझा, सीखने और विकास की यात्रा पर आगे बढ़ रहे हैं। अपने संसाधनों और विशेषज्ञता को मिलाकर, हमारा लक्ष्य है कि शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार के द्वारा विद्यार्थियों के लिए अनुकूल शैक्षणिक वातावरण बनाएं।”- शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने और शैक्षिक अवसरों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, खटीमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (केआईटीएम) और महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़‌वाल यूनिवर्सिटी (एमएएचजीयू) ने 2 जुलाई, 2024 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। अपने छात्रों और संकायों को समान रूप से लाभ पहुंचाने के लिए दो प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के बीच साझेदारी को मजबूत करने का लक्ष्य रखा गया है।

यह भी पढ़ें 👉  टनकपुर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम व किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन, तमाम स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी से कराया रूबरू
Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles