खटीमा(उधम सिंह नगर)- पूरा प्रदेश बुधवार को जहां राज्य गठन की 22 वीं वर्षगांठ को हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। वह इस अवसर पर उधम सिंह नगर जनपद के सीमांत क्षेत्र खटीमा के पुरानी तहसील परिसर स्थित शहीद स्मारक पर केंद्रीय रक्षा व पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने पहुंच राज्य आंदोलन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।अजय भट्ट ने खटीमा शहीद स्मारक में पहुंच कर राज्य आंदोलन के दौरान 1सितम्बर 1994 को शहीद हुए सात राज्य आंदोलनकारियों की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके अमूल्य योगदान को याद किया।
इसके उपरांत अजय भट्ट खटीमा ब्लॉक सभागार में राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में शिरकत करने पहुंचे। केंद्रीय मंत्री का इस अवसर पर आयोजन समिति व भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा माल्यार्पण के स्वागत व अभिनंदन किया गया।अजय भट्ट जी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का जहां शुभारंभ किया।वही स्कूली बच्चों ने पर्वतीय संस्कृति पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का इस अवसर पर आयोजन किया।केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री भट्ट ने कार्यक्रम में राज्य आंदोलन शहीदों के परिजनों व प्रमुख राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया।
कार्यकर्म का संचालन वरिष्ट भाजपा नेता हिमांशु बिष्ट द्वारा किया गया।इस अवसर पर राज्य किसान आयोग उपाध्यक्ष सरदार राजपाल सिंह,भाजपा जिलाध्यक्ष उधम सिंह नगर कमल जिंदल,मंडी समिति अध्यक्ष नंदन सिंह खड़ायत,भूतपूर्व सैनिक संगठन अध्यक्ष रि कै गंभीर सिंह धामी,वरिष्ट भाजपा नेता वरुण अग्रवाल,अमित कुमार पांडे,सतीश गोयल,विनोद जोशी, हयाद सिंह बुंगला,प्रतिमान सिंह कन्याल,रामू जोशी सहित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता व विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
इस मौके पर मीडिया से रूबरू होते हुए केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा की उत्तराखंड राज्य गठन में अपना बहुमूल्य योगदान देने वाले राज्य आंदोलन शहीदों से आशीर्वाद लेने व उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने आज वो खटीमा पहुंचे हैं। शहीदों के अनमोल योगदान को हरगिज़ भी भुलाया नहीं जा सकता, राज्य गठन के बाद जिन मूलभूत सुविधाओं की कमी थी उनको हमने प्राप्त करने में सफलता पाई है।लेकिन राज्य आंदोलन की मूल अवधारणा के अनुरूप अभी हम राज्य को आगे ले जाने में सफल नही हुए है।इसलिए जिन उद्देश्यों के लिए उत्तराखंड राज्य आंदोलन शहीदों ने अपनी शहादत दी थी।हम आज के दिन शहीदों की पुण्य आत्माओं से आशीर्वाद मांगने आए है की उनके सपनों के अनुरूप हम राज्य को आगे ले जा सके।इसके साथ ही सरकार भी उनकी परिकल्पना के अनुरूप कार्य करे।