उत्तराखण्ड डीजीपी अशोक कुमार ने ऐसा क्या लिया निर्णय जो हो रही उनकी सराहना,पढ़िए पूरी खबर

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देहरादून(उत्तराखण्ड)- उत्तराखण्ड के डीजीपी अशोक कुमार द्वारा मात्र सोशल मीडिया प्लेटफार्म से मिली जानकारी के बाद जीवन रक्षा निधि से फायर मेन के बच्चे के इलाजे हेतु 12 लाख रुपये देने का सराहनीय कार्य किया गया है।

ललखनुइलाज

पूरे मामले के अनुसार बागेश्वर में तैनात फायर मैन बलवन्त सिंह राणा की बच्ची का स्वास्थ खराब होने के चलते उसका इलाज पीजीआई लखनऊ में चल रहा है। बच्ची का बोन मैरो ट्रांसप्लांट होना है, जिसका लगभग 12 लाख रूपए खर्च बताया है।इस सम्बंध में डीजीपी उत्तराखण्ड अशोक कुमार को शोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि बागेश्वर जिले में कार्यरत फायर मेन के बच्चे के इलाज हेतु 12 लाख का खर्च आ रहा है।उसे इलाज हेतु पैसों की सख्त आवश्यकता है।

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जिस पर DGP अशोक कुमार ने पुलिस अधीक्षक बागेश्वर से इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली। तथ्य सही पाये जाने पर फायर मैन बलवन्त सिंह राणा के परिवार से बात कर हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया। पीजीआई लखनऊ में डाॅक्टरों से बात कर बच्ची का पूरा ध्यान रखने हेतु कहा गया। साथ ही तुरंत जीवन रक्षा निधि से फायर मैन बलवन्त सिंह राणा को 12 लाख रूपए अग्रिम के रूप में दिए गए।

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डीजीपी उत्तराखण्ड अशोक कुमार ने जिस त्वरित गति से अपने महकमे के एक जवान के परिवार के सदस्य के इलाज हेतु 12 लाख स्वीकृत कर उसकी हर सम्भव मदद कर उसका हौसला बढ़ाया।इसकी सूबे के पुलिस कर्मियों सहित आमजनता भी डीजीपी के कार्य की सराहना कर रही है।

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साथ ही डीजीपी अशोक कुमार द्वारा अपने महकमे से यह संदेश जारी किया गया कि भविष्य में कोई भी पुलिसकर्मी पति-पत्नी अपने माता-पिता, अविवाहित पुत्र/पुत्री (कोई आयु सीमा नहीं), जो उन पर पूर्णतः आश्रित हों हेतु इस निधि का उपयोग कर सकते हैं।

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Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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