खटीमा(उत्तराखंड)- उधम सिंह नगर जनपद के सीमांत खटीमा के राजकीय कन्या इंटर कालेज खटीमा में उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र देहरादून द्वारा उत्तराखंड ज्ञान विज्ञान अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन डायनेस्टी मॉडर्न गुरुकुल एकेडमी की प्रधानाचार्या अंजु भट्ट द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सीडीएस विपिन रावत जी उनकी धर्मपत्नी तथा अन्य सैन्य अफसरों को श्रद्धांजलि दी गई। इस कार्यक्रम में युसर्क के वैज्ञानिक डॉ राजेंद्र सिंह राणा द्वारा बताया गया की युसर्क की निदेशक प्रोफेसर डॉ अनीता रावत के निर्देशन में युसर्क द्वारा राज्य के दूरस्थ इलाकों में विज्ञान शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। डॉ राणा द्वारा द्वारा जल गुणवत्ता का मानव स्वास्थ्य पर पढ़ने वाले विपरीत प्रभावों को विस्तार पूर्वक बताया गया। उन्होंने बताया कि किस तरीके से पानी की बोतलों को दोबारा प्रयोग में लाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो रही है l उन्होंने प्लास्टिक के मानव जीवन पर पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभावों को भी छात्रों को समझाया तथा जल गुणवत्ता का परीक्षण भी प्रयोगात्मक माध्यम से समझाया गया।
कार्यक्रम में भारत ज्ञान विज्ञान समिति के सोहन सिंह रावत द्वारा छात्र छात्राओं के मध्य वैज्ञानिक गतिविधियां आयोजित की गई इसमें खास तौर पर वेस्ट मैटेरियल का उपयोग कर प्रयोगशालाओं में होने वाले प्रयोग किए गए इसमें मुख्यत:जीवविज्ञान के क्षेत्र में बोन ज्वाइंट, मनुष्य की अस्थियां, रसायन सोडियम थायो सल्फेट का उपयोग, रासायनिक गैसे, भोतिक विज्ञान में एअर जैक, जडत्व का नियम, प्रकाश पुंज आदि का प्रयोगात्मक माध्यम से सरल रूप में प्रस्तुतिकरण दिया गया।
कार्यक्रम में दून साइंस फोरम के विजय शंकर ने कबाड़ से जुगाड कर हैडपम्प, पानी से बनने वाली बिजली का उपकरण, एबेकस अंकों के मानक, वाल्व कैसे-कैसे काम करते हैं आदि का रोचक प्रस्तुतिकरण प्रयोगो के माध्यम से छात्र छात्राओं के मध्य दिया गया। कार्यक्रम का समापन युसर्क द्वारा स्थापित विज्ञान केंद्र खटीमा के समन्वयक नरेंद्र सिंह रौतेला द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव देकर किया गया उन्होंने यूसर्क के इस प्रकार के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से दुरस्थ क्षेत्रों के बच्चों में विज्ञान के प्रति अभिरुचि का विकास होता है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय की शिक्षिकाए सूखजीत कौर, मनीषा पंत, बृजेश्वरी राणा, मंजू लता, शीतल राणा, प्रीति अग्रवाल, गीता रानी, भागीरथी बेरी, हेमा पाठक, फरहा खान, वीना श्रीवास्तव, निशा एवं अन्य अध्यापकों सहित विद्यालय के लगभग 250 छात्र छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।