आधुनिक तकनीक से संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया हुई आसान एवं पारदर्शी,आयोग द्वारा विभिन्न एप्लीकेशन के द्वारा लोगों को प्रदान की आधारभूत सुविधाएं

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चंपावत(उत्तराखंड)-आधुनिक तकनीकी एवं आईसीटी के प्रयोग ने संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया को आसान एवं पारदर्शी होने के साथ ही सुविधाजनक बना दिया है। जिले के चुनाव कर्मियों को ऐसे इंटरएक्टिव एवं आसान तरीकों से चुनाव प्रक्रिया की बारीकियों को समझाने का प्रयास कर उनके द्वारा चुनाव संचालन में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को इतना आसान और सरल बना दिया है कि वे हर तरह से सक्षम हो रहे हैं एवं उनमें आत्मविश्वास की भावना पैदा हो रही है। चुनाव आयोग के मास्टर ट्रेनर, आईटी एक्सपर्ट के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जानकार एवं चुनाव प्रक्रिया का गहनता से अध्ययन कर चुके जीआईसी बापरू के हरफनमौला शिक्षक प्रकाश चन्द्र उपाध्याय द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण से मतदान कर्मियों की राह लगातार आसान होती जा रही है।

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उपाध्याय ने बताया कि वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से कोई भी मतदाता इस एप्लीकेशन के माध्यम से स्वयं का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, अपना मतदाता पहचान पत्र (इपिक कार्ड) डाउनलोड कर सकते हैं। मतदेय स्थल एवं अपने बूथ की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के साथ ही चुनाव के संबंध में विभिन्न प्रक्रियाओं को इस ऐप के माध्यम से आसानी से जान सकते हैं। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई इस सुविधा के माध्यम से हम उस क्षेत्र के प्रत्याशियों के बारे में जानने के साथ ही अपने सुझाव एवं शिकायतें भी दर्ज कर सकते हैं।

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प्रकाश चंद्र उपाध्याय ने बताया कि आईसीटी तथा तकनीक के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता एवं शुचिता बनाए रखने के लिए चुनाव आयोग द्वारा निरंतर आधुनिक तकनीकी का प्रयोग किया जा रहा है। वर्तमान समय में ईवीएम मशीन तथा वीवीपैट मशीनों के माध्यम से निरंतर मतदाताओं का भरोसा बढ़ रहा है। ईवीएम तथा वीवीपैट मशीनें छः चरणों से गुजरने के उपरांत ही किसी भी निर्वाचन में प्रयुक्त की जाती हैं। 2013 में नागालैंड और मिजोरम के विधानसभाओं में पहली बार प्रयुक्त की गई वीवीपैट मशीनों से चुनाव प्रक्रिया की शुचिता को और बढ़ा दिया है। वोटर वेरीफ़ाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल मशीन की पर्ची में मतदाता स्वयं 7 सेकंड तक दिखाई देने वाली पर्ची में देख सकता है कि उसने जिस उम्मीदवार को वोट दिया, उसका ही नाम और चुनाव चिन्ह दिखाई दे रहा है। विभिन्न जांच प्रक्रियाओं से गुजरने के उपरांत किसी भी प्रकार की शक की गुंजाइश नहीं रहती है और दिन प्रतिदिन देश के मतदाताओं का चुनाव प्रक्रिया में भरोसा कायम होता जा रहा है।

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Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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