खटीमा(उत्तराखंड) – सीमांत खटीमा कोतवाली के कुटरा इलाके में वर्ष 2019 को हुई एक युवक की हत्या मामले में सीबीसीआईडी ने खटीमा कोतवाली पहुंचकर हत्या प्रकरण का खुलासा किया है। हम आपको बता दें कि 10 अगस्त 2019 को खटीमा के कुटरा ग्राम सभा निवासी कैलाश सिंह भंडारी द्वारा अपने भतीजे भगवान सिंह उर्फ भग्गी की हत्या मामले में स्थानीय निवासी ध्रुव सिंह आदि पर हत्या करने की खटीमा कोतवाली में तहरीर लिखाई थी।खटीमा कोतवाली पुलिस द्वारा इस हत्या प्रकरण के प्रयास किए गए लेकिन हत्या की गुत्थी नही सुलझ पाई।जिसके बाद इस हत्या के इस मामले में उच्च अधिकारियों ने हत्या के खुलासे हेतु इस प्रकरण को सीबीसीआईडी हल्द्वानी को इसकी जांच सौंप दी थी।
सीबीसीआईडी टीम द्वारा नामजद अभियुक्तों के खिलाफ सर्विलांस साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों के पॉलीग्राफ टेस्ट कराए गए।जांच उपरांत पर्याप्त सबूत मिलने पर सीबीसीआईडी द्वारा 6 जून को हत्या प्रकरण में कुटरा के ही तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई।जिनमे ध्रुव सिंह,सुरेंद्र सिंह राणा व किशन सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।हत्या के खुलासे में सीबीसीआईडी टीम को सर्विलांस व पॉलीग्राफ टेस्ट के माध्यम से अहम सुराख मिले।जिनकी सहायता से तीन साल पुराने हत्या के प्रकरण का सीबीआईडी टीम ने हत्या का सफलता पूर्वक खुलासा कर भगवान सिंह उर्फ भग्गी की हत्या में शामिल तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
हत्याकांड के खुलासे में सीबीसीआईडी हल्द्वानी यूनिट के निरीक्षक जानकी भंडारी,निरीक्षक राजेन्द्र सिंह बिष्ट,निरीक्षक पावन स्वरूप,कांस्टेबल अमरजीत सिंह,मोहम्मद तारिक,दीपक नेगी,चालक चन्द्र प्रकाश जोशी की अहम भूमिका रही।