चकरपुर(खटीमा)- छ माह की हाड़तोड़ मेहनत के बाद जब काश्तकार की फसल पक कर तैयार हो ओर अचानक आग के चलते किसान के सारे सपने आग में फसल के जलने के साथ स्वाह हो जाये।उस पीड़ा को समझना बेहद मुश्किल है।लेकिन चकरपुर के कुटरी-नदन्ना के शुक्रवार को गेंहू के खेत मे आग लगने से सब कुछ गंवाने वाले काश्तकारों की पीड़ा को समझने का प्रयास कुछ स्थानीय युवाओ ने किया है।युवाओं की टोली ने अग्निकांड से पीड़ित काश्तकारों को स्थानीय प्रशासन की मदद से इतर स्वयं के प्रयासों से मदद पहुँचाने का संकल्प लिया है।
विदित हो कि शुक्रवार की दोपहर के समय खटीमा के चकरपुर इलाके के कुटरी- नदन्ना के काश्तकारों के गेंहू के खेतों में अज्ञात कारणों से लगी आग के चलते किसानों की एकड़ो फसल जल कर राख हो गई थी।वही इस आपदा में कुछ किसान परिवार ऐसे भी है जिनकी गेंहू की फसल आग के प्रचंड वेग के साथ स्वाह हो गई।जिसके चलते उन परिवारों के आगे अपने बच्चो को खिलाने के संकट भी पैदा हो चुका है।अग्निकांड के दौरान स्वयं मौजूद स्थानीय युवा मनोहर पांडे ने जब किसानों के सपनो को आग में स्वाह होते देखा।काश्तकारों के पीड़ित परिवारों के आशुओ के सैलाब में डूब उस असीम पीड़ा को अंतर्मन से महसूस किया।तो मनोहर पांडे ने अग्निकांड के पीड़ित परिवारों की मदद को अपने साथियों के साथ मदद पहुँचाने का संकल्प लिया।मनोहर पांडे ने पीड़ित परिवारों की मदद को लेकर आज अपने गन्ना सेंटर चकरपुर स्थित अपने आवास पर अपने युवा साथियों,सुमित यादव, हिमांशु तिवारी,विवेक अग्रवाल के साथ बैठक कर नदन्ना,कुटरी व सिरपुड़िया(पचौरिया)के अग्नि कांड ने पीड़ित काश्तकार परिवारों के घर जा कर उनके नुकसान का सर्वे किया।साथ ही इन युवाओ की टोली ने यह भी जानने का प्रयास किया कि किस परिवार को त्वरित राहत की कितनी आवश्यकता है।जिसको को जल्द अपने सर्वे के बाद उन परिवारों को राशन के रूप में मदद पहुँचाने का प्रयास कर सके।ताकि अग्नि पीड़ित परिवारों के बच्चे इस आपदा के बाद भूखे ना सोने पाए।
वही समाज मे आई इस आपदा के प्रति लोगो को जाग्रत करने व अग्निकांड पीड़ित परिवारों को मदद को आगे आये इन युवाओ ने अग्निकांड राहत दल का निर्माण कर जल्द सभी परिवारों को अपने प्रयासों व समाज के माध्यम से इन पीड़ित काश्तकार परिवारों के घरों तक मदद पहुँचा उन परिवारों के खेत मे खड़ी फसल के जल कर राख हो जाने के असीम दुख को कुछ कम करने की कोशिश शुरू कर दी है।पीड़ित परिवारों को मदद करने के अपने युवा साथियों के साथ मदद करने के प्रयासों को शुरू कर चुके मनोहर पांडे का कहना है कि वह जल्द अग्निकांड से पीड़ित परिवारों के सर्वे को पूरा कर इन परिवारों तक मदद पहुँचाने का काम करेंगे।साथ ही उन लोगो का यह भी प्रयास रहेगा कि वह लोग प्रसाशन से मिलने वाली मदद में भी इन परिवारों को हर सम्भव मदद करे।
बहरहाल स्थानीय युवाओ ने क्षेत्र में अग्नि आपदा के बाद अपने सामाजिक धर्म के निर्वहन को करने को अपने प्रयासों को जहां शुरू कर दिया है।वही उम्मीद है कि युवाओ के अलावा खटीमा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व सामाजिक संगठन भी अपने प्रयासों से इन परिवारों को राहत पहुँचाने का प्रयास करेंगे।नाकि प्रसाशन द्वारा मिलने वाली मदद को ही अपने कर्तव्यों की इतिश्री समझ व्यक्तिगत प्रयासों छोड़ देंगे।