
टनकपुर(उत्तराखंड)- महाराष्ट्र के पुणे से प्लेसिस अराउंड पुणे एडवेंचर क्लब के 3 सदस्य 70 दिन की भारत यात्रा पर निकलने के बाद 22 वें दिन उत्तराखंड के टनकपुर पर पहुंचे।जय कुमार उनकी पत्नी पूजा सहित एक अन्य साथी सोनेश पुणे महाराष्ट्र से कार से चल मेप माई कंट्री अभियान के तहत भारत के 26 स्टेट को कवर करने उनकी सीमाओं को छुने के अभियान में अपनी लगभग 20हजार किलोमीटर की यात्रा के दौरान टनकपुर पूर्णागिरी के बूम क्षेत्र पहुंचे।
जहां उन्होंने उत्तराखंड में एडवेंचर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को जानने हेतु शारदा नदी में राफ्टिंग भी की। टीम लीडर जयकुमार ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि वह जहां महाराष्ट्र के पुणे में अपना एडवेंचर क्लब चलाते हैं वही वह मैप माय कंट्री अभियान के तहत भारतवर्ष की 20000 किलोमीटर की अपनी यात्रा पर निकले हैं। जो कि अगले 70 दिन तक भारत के वेस्ट नॉर्थ ईस्ट व साउथ सभी पार्ट से होकर लगभग 26 स्टेट की सीमाओं को छूने का उनका अभियान है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को जानने वहां के विभिन्न कल्चर वहां के मौसम, टूरिस्ट प्लेस, एडवेंचर की संभावनाओं को तलाशने इन सब को भारत वासियों को बताने के उद्देश्य से उनका 3 सदस्यीय दल अपने 22वें दिन उत्तराखंड के टनकपुर पहुंचा है।

महाराष्ट्र पुणे से पहुंचे तीन सदस्यीय दल ने उत्तराखंड पहुंचकर जहां उत्तराखंड के नैसर्गिक सौंदर्य की बेहद प्रशंसा की, वहीं उन्होंने उत्तराखंड के लोगों को बेहद ही मिलनसार वह शानदार बताया। साथ ही उत्तराखंड में बेहद खूबसूरत प्लेस शानदार मौसम एडवेंचर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को देखते हुए अन्य लोगों को भी उत्तराखंड आने का न्योता दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत बेहद खूबसूरत देश है जहां पर विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग मौसम,खूबसूरत प्लेस,विभिन्न धर्मों के धार्मिक स्थल,साहसिक पर्यटन स्थल के साथ ही उत्तराखंड व हिमाचल जैसी खूबसूरत स्थान भी है। इसलिए तो भारत के लोगों से अपील करना चाहते है कि वह इंडिया से बाहर न जाकर अपने भारत के ही विभिन्न स्थानों पर घूम कर उनको जानने का प्रयास करें।

भारतवर्ष के लोगों को इन सभी महत्वपूर्ण पहलुओं से रूबरू कराने के उद्देश्य से ही उनका दल अपने 70 दिन की यात्रा पर भारत भ्रमण पर निकला हैं।इसके उपरांत जय,पूजा व सोनेश अपने अगले पड़ाव हेतु टनकपुर से रवाना हो गए।टनकपुर से विनय अरोरा उर्फ मोनू व उनकी टीम ने जय कुमार व उनके साहसिक दल को उत्तराखंड पुन आने का आमंत्रण दे उनको अगले गंतव्य हेतु रवाना किया।साथ ही उनकी इस साहसिक यात्रा के अगले पड़ाव हेतु शुभकामनाएं दी।







