देहरादून से खटीमा पहुंची रिवर्स पलायन संवाद यात्रा का केआईटीएम डिग्री कॉलेज में हुआ भव्य स्वागत,यात्रा के संयोजक आचार्य विपिन जोशी व पद्मश्री डॉ माधुरी बड़थ्वाल के आईटीएम के छात्र छात्राओं से हुए रूबरू

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

खटीमा(उधम सिंह नगर)- देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति संस्कारों रीति रिवाजों परंपराओं के सरंक्षण और संवर्धन के साथ,आत्मनिर्भर और विकसित उत्तराखंड राज्य बनाने के शुभ संकल्प को लेकर रिवर्स पलायन संवाद यात्रा 2023 चतुर्थ चरण अभियान के प्रणेता आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी जी महाराज (टपकेश्वर महादेव देहरादून) व पदमश्री डा0 माधुरी बड़थ्वाल (आल इंडिया रेडियो की पहली महिला संगीतकार) का यात्रा के साथ खटीमा पहुंचने पर KITM डिग्री कॉलेज कैंपस बिगराबाग पहुंचने पर KITM डिग्री कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर कमल बिष्ट व कॉलेज के प्राध्यापक व छात्र छात्राओं ने भव्य स्वागत व अभिनंदन किया।

यह भी पढ़ें 👉  जेईई मेन्स परीक्षा में डायनेस्टी गुरुकुल के छात्र छात्राओं की प्रतिभा का जलवा,डायनेस्टी गुरुकुल छिनकी के 17 छात्रों ने की जेईई मेन्स परीक्षा उत्तीर्ण,स्कूल प्रबंधन व शिक्षको में खुशी की लहर

इस अवसर पर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा योग विभाग के विभागाध्यक्ष व चंपावत कैंपस के नोडल अधिकारी योगाचार्य डॉक्टर नवीन भट्ट भी मौजूद रहे। खटीमा केआईटीएम डिग्री कॉलेज पहुंचे आध्यात्मिक गुरु आचार्य विपिन जोशी व पद्मश्री डॉ माधुरी बड़थ्वाल केआईटीएम के छात्र-छात्राओं से रूबरू हुए। इस मौके पर उन्होंने केआईटीएम डिग्री कॉलेज के छात्र छात्राओं से रिवर्स पलायन सहित उत्तराखंड की संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन सहित विभिन्न विषयों पर बात की। साथी कॉलेज के छात्र छात्राओं के संवाद कार्यक्रम में शामिल होने पर उनकी सराहना भी की।

केआईटीएम डिग्री कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर कमल बिष्ट व कॉलेज स्टाफ के द्वारा इस अवसर पर पर रिवर्स पलायन संवाद यात्रा पर कॉलेज में पहुंचे आध्यात्मिक गुरु आचार्य विपिन जोशी व पद्मश्री डॉ माधुरी बड़थ्वाल को स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया। साथ ही कमल बिष्ट ने इस अवसर पर कहा कि यह गौरव की बात है कि आज उत्तराखंड की दोनों महान विभूतियां का आगमन उनके कॉलेज परिसर में हुआ है। उत्तराखंड रिवर्स पलायन जैसे महत्वपूर्ण विषय को लेकर यात्रा पर निकले आचार्य विपिन जोशी व डॉ माधुरी बड़थ्वाल के इस महान संकल्प की संवाद कार्यक्रम का निश्चित ही केआईटीएम के छात्र छात्राओं को लाभ मिलेगा। इस संवाद कार्यक्रम में जो महत्वपूर्ण विषय इन दोनों महान विभूतियों ने बच्चों के समक्ष रखे हैं बच्चों के जीवन में इन विषयों की आने वाले भविष्य में सार्थकता सिद्ध होगी।

यह भी पढ़ें 👉  पहाड़ के जंगलों की हरियाली के बीच से निकल रही आग की लपटों ने वन विभाग की चिंता बड़ाई,वनाग्नी से वनों को बचाने के लिए चौतरफा प्रयास की है जरूरत

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles