राज्य योजना आयोग (सीटू) के उपाध्यक्ष पद पर राजशेखर जोशी हुए नियुक्त.पहली बार किसी राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय स्तर के टेक्नोक्रेट की प्रतिभा को मुख्यमंत्री ने दिया सम्मान.

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उत्तराखंड के समग्र विकास एवं इसे ऊंचे मुकाम तक पहुंचना होगा बुनियादी लक्ष्य-राजशेखर

चंपावत(उत्तराखंड)- मुख्यमंत्री पुष्कर धामी द्वारा उत्तराखंड के समग्र विकास हेतु भारत सरकार के नीति आयोग की तर्ज पर स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर एंपावरिंग एंड ट्रांसफॉर्मिंग उत्तराखंड (सीटू) के माध्यम से उत्तराखंड का बेहतर एवं वैज्ञानिक तरीके से विकास करने हेतु देश के ख्याति प्राप्त टेक्नोक्रेट राजशेखर जोशी को यह उत्तरदायित्व सौंपा है। जोशी की प्रतिभा को देखते हुए देखते हुए उन्हें यह बहुत महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है जिसके अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री हैं। जिन्होंने पहली बार देश के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक एवं तकनीकी विशेषज्ञ की सेवाएं ली गई हैं जो वर्तमान में कई महत्वपूर्ण ऊँचे पद में रहते हुए उत्तराखंड को देश के मानचित्र में लाने के लिए मुख्यमंत्री के आमंत्रण को स्वीकार कर अपने को कई ज़िम्मेदारियों से मुक्त करा चुके हैं तथा देहरादून में इन्होंने अपना कार्यभार सम्भाल लिया है।

कैबिनेट मंत्री स्तर के इस पद पर पहली बार किसी विभिन्न टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञ को यह स्थान दिया गया। जोशी ने उन्हें यह सम्मान दिए जाने के लिए जहां मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रदर्शित किया है वही उन्होंने देव भूमि उत्तराखंड की गरिमा एवं गौरव को ऊँचे मुकाम तक ले जाने में समर्पित भाव से सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है। जोशी को नया दायित्व मिलने पर उन्हें क्षेत्रीय विधायक खुशाल सिंह अधिकारी जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय भाजपा जिला उपाध्यक्ष मोहित पाठक पूर्व जिला पंचायत सदस्य सचिन जोशी, सतीश पांडेय पूर्व प्रमुख लक्ष्मण सिंह लमगर्डिया,बाराही मंदिर के पीठाचार्य कीर्ति शास्त्री, ब्लॉक प्रमुख सुमन लता, राज्य आंदोलनकारी राजू गड़कोटी ने बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी ने राजशेखर जोशी को जिस पद पर नियुक्त किया है, यह पद स्वयं को गौरवान्वित महसूस करेगा।

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कौन है राजशेखर जोशी ?

चंपावत जिले के पाटी ब्लाक अंतर्गत किमाड़ गांव के संस्कृत के विद्वान एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष स्व. डॉ. जगन्नाथ जोशी के सुपुत्र राजशेखर जोशी राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के ए आई साइबर एक्सपर्ट हैं. रुड़की विश्वविद्यालय से आईआईटी कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के बाद पिछले तीन दशकों से यह टाटा, बिरला, रिलायंस,मैकमिलन जैसे कंपनियों में ऊंचे पदों पर रहे हैं यह आदित्य बिरला ग्रुप मुंबई के डिजिटल एवं ट्रांसफ़ॉर्मेशन हेड, आईटी ग्रुप में जॉइंट प्रेसिडेंट पुणे विश्वविद्यालय सलाहकार समिति के सदस्य, मेकमिलन की ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स की पब्लिशिंग कमेटी इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट प्रमोशन काउंसलिंग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं, इन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ए आई साइबर शिक्षा नीति निर्धारण में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ यह पीएमओ संग्रहालय से भी जुड़े हुए हैं.
जोशी केंद्रीय कैबिनेट के टेक्नोलॉजी आधिकारिक ग्रुप के सदस्य, पहले वाणिज्य मंत्रालय में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की राष्ट्रीय वर्किंग समिति के सदस्य रहे हैं. महाराष्ट्र में इनके द्वारा जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किए है. लेखन में रुचि रखने वाले जोशी द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मैगजीन में ई-गवर्नेंस एवं ए आई साइबर सिक्योरिटी विषयों में लगातार लेख लिखते आ रहे हैं।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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