चंपावत(उत्तराखंड)- चंपावत जनपद में लगातार आसमानी आफत के बाद अब मौसम खुलने के साथ ही जिले में राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हो गए हैं। इसी के साथ आपदा से हुए नुकसान की रिपोर्ट मिलने लगी है। लोनिवि, पीएमजीएसवाईसी, सिंचाई विभाग, हाइडिल आदि विभागों को लगभग 34 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
विद्युत विभाग द्वारा युद्धस्तर पर विद्युत लाइनों की मरम्मत कर जिले के 95 फीसदी नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बहाल कर दी गई है। विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता बी आर सिंह के अनुसार लाइनों की मरम्मत के लिए लगभग 45 लाख रुपए खर्च का अनुमान लगाया गया है। पीडब्लूडी लोहाघाट खंड की बीस सड़कें बंद हैं,जिन्हें बुधवार देर शाम तक खोलने का लक्ष्य रखा गया है। अधिशासी अभियंता संजय चौहान ने बताया कि विभाग को 3 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्ति का नुकसान हुआ है। लोनिवि चंपावत में स्टेट हाईवे ठूलीगढ़ समेत 11 सड़कें बंद हैं,जिन्हें बुधवार तक खोल दिया जाएगा। विभाग के ईई एम सी पलडिया के अनुसार विभागीय संपत्ति को 808.50 लाख का नुकसान हुआ है।
इसी प्रकार पीएमजीएसवाई लोहाघाट खंड में बंद पड़ी 16 सड़कें 11 जुलाई तक खुलेंगी। विभाग को 443 लाख रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। पीएमजीएसवाई चंपावत खंड विभाग को 625 लाख की संपत्ति का नुकसान हुआ है। सर्वाधिक नुकसान सिंचाई विभाग को टनकपुर-बनबसा क्षेत्र में हुआ है। विभाग को 29 नहरों की मरम्मत के अलावा
बाढ़ सुरक्षा उपायों को हुई क्षति की भरपाई के लिए 960 लाख रुपए की आवश्यकता होगी। पीडब्ल्यूडी के चंपावत खंड ने सड़कों को तत्काल।खोलने के लिए 37 लाख रुपयों की अतिरिक्त मांग की है।