खटीमा(उत्तराखंड)- नैनीताल- उधम सिंह नगर लोकसभा से निर्दलीय चुनावी मैदान में ताल ठोकने वाले खटीमा निवासी रमेश कुमार मैक्स खटीमा विधानसभा के दौरे के दौरान बेबाक उत्तराखंड से रूबरू हुए। इस दौरान रमेश कुमार मैक्स ने लोकसभा चुनाव जैसे बड़े राजनीतिक मंच में निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने के पीछे अपने मंतव्य पर खुलकर बात की। इससे पहले रमेश कुमार मैक्स 2017 विधानसभा चुनाव में भी खटीमा विधानसभा से निर्दलीय चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक चुके हैं।
नैनीताल लोकसभा निर्दलीय प्रत्याशी रमेश कुमार मैक्स जहां खटीमा विधानसभा के निवासी है।वही वह दलित मसीह समाज से आते है।उनके अनुसार दलित व मसीह समाज के उत्पीड़न के चलते उन्होंने इस समाज की आवाज बनने का संकल्प लिया है।इसके अलावा दोनो प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी के उत्तराखंड को छलने के प्रति आमजन को इसके प्रति जागरूक करने हेतु ही उन्होंने नैनीताल लोकसभा से 2024 चुनाव में अपनी दावेदारी जनता के बीच की है। उन्हें दुख है कि पहाड़ का पानी में पहाड़ की जवानी उत्तराखंड के काम नहीं आ रही है। राष्ट्रीय दलों ने सिर्फ आज तक उत्तराखंड की जनता को छलने का काम किया है। उत्तराखंड में बेरोजगारी भ्रष्टाचार सहित अहम मुद्दों को लेकर आम जनता को जागरूक करने का वह काम करेंगे।
निर्दलीय नैनीताल लोकसभा प्रत्याशी रमेश कुमार मैक्स ने जहां विधानसभा 2017 में भी खटीमा विधानसभा से निर्दलीय चुनाव मैदान में ताल ठोकी थी, वही एक बार फिर लोकसभा चुनाव 2024 में नैनीताल लोकसभा से वह निर्दलीय चुनावी मैदान में अपनी दावेदारी करनी हेतु नामांकन कर चुके हैं। मैक्स के अनुसार इस चुनाव में उनका सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी होगा, क्योंकि रोजगार के अभाव में उत्तराखंड का युवा उत्तराखंड से बाहर जाने की मजबूर हो रहा है।जबकि सत्ता धारी दल रोजगार के नाम पर जहां युवाओं को छल रहे है।वही अग्निवीर योजना लेकर उत्तराखंड के युवाओं के सपनों को तोड़ उत्तराखंड के साथ बहुत बड़ा छलावा किया गया है।
इसके साथ ही रमेश कुमार मैक्स ने उत्तराखंड में मेडिकल कॉलेज व हायर एजुकेशन के लिए अच्छे शिक्षण संस्थानों के ना होने की बात कही।साथ ही उन्होंने राज्य आंदोलन की भूमि खटीमा को एजुकेशन हब बनाने के अपने सपने व संकल्प को भी सामने रखा।उन्होंने कहा की उनका संघर्ष खटीमा को एजुकेशन हब बनाने हेतु जारी रहेगा।
2017 विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद अब लोकसभा चुनाव में अपनी ताल ठोकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह चुनाव के माध्यम से जहां आम जनता को राष्ट्रीय पार्टियों के द्वारा किए जा रहे छल के प्रति जागरूक करना चाहते हैं। इसके साथ ही प्रदेश के दलित में मसीह समाज की आवाज बन राजनीतिक मंच में मुखर होकर इस समाज के उत्पीड़न को रोकना भी उनका संकल्प है।
मैक्स के द्वारा बताया गया कि 2027 विधानसभा चुनाव के साथ-साथ आने वाले नगर पालिका चुनाव में भी उनके समाज के लोग प्रमुखता के साथ अपनी दावेदारी को पेश करेंगे। इसके अलावा जिस उद्देश्य हेतु वह चुनावी मैदान में उतरे हैं उन्हें विश्वास है कि आम जनता उनके तर्कपूर्ण बातों को समझेगी, साथ ही राष्ट्रीय दलों के छलावे से मुक्त होने हेतु सभी लोग उनकी आवाज के साथ आवाज मिला एक मजबूत विकल्प बनेंगे।