बनबसा(चंपावत)- चंपावत जिले के बनबसा थाना क्षेत्र निवासी एक मां को अपनी बेटी की मौत के बाद इंसाफ का इंतजार है। बनबसा शारदा बैराज क्षेत्र में सड़क किनारे पर फड़ लगाकर अपनी आजीविका चलाने वाली गीता देवी ने बेटी के एक साल पहले फांसी लगा सुसाइट किए जाने के उपरांत उसकी आत्महत्या के दोषी युवक पर कार्यवाही ना होने का दुख जताया है।साथ ही एक साल बाद भी पुलिस द्वारा इस प्रकरण की जांच अधिकारी द्वारा चार्ट शीत न्यायालय ना भेजे जाने पर सवाल खड़े किए है।
पूरे प्रकरण के अनुसार चंपावत जिले की बनबसा थाना क्षेत्र के कैनाल क्षेत्र में रहने वाली गीता देवी की 25 वर्षीय बेटी वैशाली ने 25 अक्तूबर 2022 को फांसी लगा आत्महत्या की थी।इस पूरे मामले में मृतक युवती वैशाली के परिजनों ने उनकी बेटी को प्रेम जाल में फंसा आत्महत्या को उकसाने के मामले में बनबसा निवासी युवक चंदन सिंह राठौर के खिलाफ बनबसा थाने में तहरीर सौंपी थी।लेकिन एक साल से भी अधिक वक्त गुजर जाने के बाद भी जांच अधिकारी द्वारा इस मामले की चार्ट शीत न्यायालय ना भेजे जाने,फोरेंसिक लैब से बेटी के फोन की अभी तक जांच ना हो पाने का आरोप लगा मृतका की मां गीता देवी ने धीमी जांच पर सवाल उठाए है जबकि मीडिया से रूबरू हो डबडबाई आंखों से गीता देवी ने पुलिस की धीमी जांच गति के कारण आरोपी पर कार्यवाही ना हो पाने का दुख व्यक्त किया।साथ ही बेटी की मृत्यु के एक साल बाद भी इस मामले की चार्ट शीत न्यायालय में पेश ना हो पाने के जांच अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए है।
जबकि इस पूरे प्रकरण में न्याय न मिल पाने से दुखी मृतका वैशाली की मां गीता देवी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से न्याय की गुहार लगाई है। साथ ही उक्त मामले में पुलिस द्वारा भविष्य में सही पैरवी ना होने व न्याय ना मिलने पर शारदा नदी में परिवार सहित कूदने की बात कही है।
इस पूरे मामले में जांच अधिकारी बैराज चौकी इंचार्ज एसआई देवेंद्र सिंह बिष्ट के अनुसार उनके द्वारा बीते एक माह पहले इस प्रकरण की रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत कर दी गई है।साथ ही फोरेंसिक जांच हेतु भेजे गए मृतका के मोबाइल के ना खुल पाने की वजह से भी कोई ठोस सबूत इस प्रकरण में अभी तक नही मिल पाया है।फिलहाल जांच रिपोर्ट माननीय न्यायालय को प्रस्तुत कर दी गई है।फिलहाल पूरा मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
वही मृतका वैशाली की मां गीता देवी की अनुसार उनकी न्याय की उम्मीद जहां अब धूमिल होती जा रही है। वही उन्हे अब त्वरित न्याय का इंतजार है।पीड़ित मां ने पुलिस प्रशासन व प्रदेश के मुखिया सीएम धामी से न्याय हेतु मार्मिक अपील की है।उन्हे बेटी की आत्महत्या मामले में जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच उपरांत न्याय दिलाया जाए।ताकि उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिल सके।