बनबसा(उत्तराखंड)- चम्पावत विधानसभा उपचुनाव के मंडल बनबसा मे कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्या लगातार आम जनता के बीच पहुंच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भारी बहुमत से जिताने की अपील कर रही है।
बनबसा प्रवास के दूसरे दिन पचपखरिया स्थित पूर्व सैनिक संगठन बनबसा के बीच जाकर मंत्री रेखा आर्य द्वारा संवाद किया गया। साथ ही पूर्व सैनिकों से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए वोट की अपील की गई।
इस दौरान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी भी मौजूद रहीं। कार्यक्रम में मंत्री आर्य ने कहा कि मुझे ये जानकर हर्ष हुआ कि पूर्व सैनिकों ने चम्पावत उपचुनाव में भाजपा प्रत्यासी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जो कि एक पूर्व सैनिक के पुत्र हैं , को भारी से भारी मतों को जिताने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि वो भी एक सैनिक पृष्ठभूमि के परिवार से हैं और मैं जानती हूं कि हमारे पूर्व सैनिक रिटायरमेंट के बाद समाज की सेवा में भी बढ़चढ़ अपनी अहम भूमिका निभाते हैं और उन्हें पता है भाजपा प्रदेश के विकास के लिए कृतसंकल्पित है। पूर्व सैनिक का आश्रीवाद सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को अवश्य मिलेगा।
पूर्व सैनिकों को सम्बोधित करते हुए मंत्री आर्या जी ने कहा कि ये प्रदेश स्वर्गीय अटलबिहारी जी की देन है साथ ही अटल जी ही ने ही शहीद सैनिकों को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की व्यवस्था की यही नहीं भाजपा ने ही सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन का तोहफा दिया। भाजपा जो कहती है करती जरूर है। पूर्व सैनिकों के सम्मान का इससे बड़ा सम्मान नहीं हो सकता है कि प्रदेश में भुवन चंद्र खंडूरी जी को मुख्यमंत्री बनाया । मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए समय समय पर सैनिको के बीच जाकर दीपावली पर्व मनाते है। मंत्री आर्य ने कहा कि सीएम धामी सैनिक पुत्र होने के नाते आपको समझते है साथ ही आपकी परेशानियों को समझते है। इसलिए प्रदेश व चम्पावत विधानसभा के विकास हेतु सूबे के मुखिया सैनिक पुत्र पुष्कर सिंह धामी को चम्पावत विधानसभा के समस्त पूर्व सैनिक भारी बहुमत से जिताने का संकल्प ले।
इस दौरान पूर्व सैनिक संगठन बनबसा के अध्यक्ष भानी चंद , हरीश कापड़ी उपाध्यक्ष पूर्व सैनिक संगठन बनबसा, जिला पंचायत बनबसा पुष्कर कापड़ी, राम सिंह जेठी पूर्व जिला पंचायत सदस्य चम्पावत , पूर्व मंडल अध्यक्ष हेमेंद्र रावत सहित पूर्व सैनिक संगठन बनबसा के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।