चंपावत: 15 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर नेपाल सीमा से लगे दुरस्थ ग्रामीणों के बीच पहुंचे जिलाधिकारी पांडे,डीएम का ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत,जिलाधिकारी ने सुनी आमजन की समस्या

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चम्पावत(उत्तराखंड) – जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने नेपाल सीमा से लगे तल्ला देश के दुर्गम गांव का पैदल भ्रमण कर लोगों की बुनियादी जरूरतों विकास की संभावनाओं का जायजा लिया। ग्रामीणों से वार्ता में उन्होंने बताया कि बकोड़ा क्षेत्र को सड़क मार्ग से जोड़ने हेतु कार्यवाही अंतिम चरण पर है शीघ्र ही भारत सरकार से वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृत होने पर कार्य प्रारंभ किया की जाएगा। जिलाधिकारी को अपने बीच पाकर गांव के बुजुर्ग, युवा, बच्चे, महिलाएं बेहद खुश हुए और सभी ने गर्मजोशी से जिलाधिकारी का उम्मीदों के साथ स्वागत किया। सोमवार को जिलाधिकारी अधिकारियों के साथ लगभग 15 किलोमीटर पैदल चलकर उप तहसील मंच के सीमांत क्षेत्र दूरस्थ व दुर्गम ग्रामीण क्षेत्र बकोड़ा पहुँचे व ग्रामीणों की समस्याएं सुनी।

उन्होंने मंच,मरथापला,आली,मथार,मष्टी,बकोड़ा,गोरसौन,गैर,मोष्टा बंडा,संगरौन,सीम आदि ग्रामीण क्षेत्रो का भ्रमण किया जिलाधिकारी द्वारा विषम एवं जटिल भौगोलिक परिस्थितियों वाले पैदल मार्ग से होते हुए लगभग 15 किलोमीटर क्षेत्र का पैदल दौरा किया। व अपने भ्रमण के दौरान श्री पांडे ने सड़क, विद्युत, पेयजल,सिंचाई मनरेगा आदि से संबंधित समस्याओं व कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी।

जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक गरीब एवं पात्र व्यक्ति को मिलना चाहिए। डीएम पांडे ने कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्रो का भ्रमण करने का उद्देश्य यह भी जानना है कि ग्रामीण स्तर तक पहुंचने वाली सुविधाओं का लाभ ग्राम वासियों को मिल रहा है या नहीं और क्षेत्रीय कर्मचारी एवं अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र में कितनी मुस्तादी से कार्य कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को अवगत कराया कि बकोड़ा क्षेत्र को सड़क मार्ग से जोड़ने हेतु कार्यवाही अंतिम चरण पर है शीघ्र ही भारत सरकार से वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृत होने पर शीघ्र ही कार्य प्रारंभ किया की जाएगा।जिलाधिकारी द्वारा राजकीय प्राथमिक विद्यालय एवं जूनियर हाई स्कूल बकोड़ा का निरीक्षण किया गया साथ ही एक आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण कर विद्यालय में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी।

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इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा गांव के बुजुर्ग व्यक्ति का शाल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष प्रमुख समस्या मंच से लेकर बकोड़ा तक सड़क निर्माण करने की रखी गई। साथ ही सीम से ख़िरद्वारी तथा बकोड़ा को जोड़ने की मांग रखी गई। इसके अलावा लधिया नदी से ग्रामीण भूमि के कटाव की रोकथाम की मांग, मंच से पाल टनकपुर जौलजीवी सड़क से गांव को जोड़ने की मांग, क्षेत्र को विद्युत लाइन से जोड़े जाने की मांग, क्षेत्र में गहत गाडरी आदि की खेती होती है। जिसे बाजार तक लाने में ढुलान अत्याधिक होने के कारण मूल्य सही नहीं मिल पाता, इस हेतु पूर्व प्रधान सौराई दान सिंह द्वारा सड़क की समस्या से अवगत कराते हुए बकोड़ा से सौराई- भनार-डांडा सड़क को जोड़ने की मांग रखी गई। प्रधान महेंद्र सिंह बोरा व पूर्व प्रधान फतेह सिंह द्वारा गोरखनाथ से रणकुंची तक सड़क की मांग, बकोड़ा में अधिक क्षमता का विद्युत ट्रांसफार्मर में लगाये जाने की मांग रखी गई। सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश बोरा द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष विभिन्न समस्याएं रखी गई। जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य समस्या से भी अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं का समय पर उपचार तथा टीकाकरण नहीं हो पा रहा हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता के अनुसार इस क्षेत्र को सड़क सुविधा से जोड़ने हेतु कार्यवाही प्राथमिकता से की गई है। जैसे ही मंच से बकोड़ा सड़क की स्वीकृति मिल जाएगी उसके उपरांत इस मार्ग में अन्य गांव व तोकों को जोड़े जाने हेतु प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे।

इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्य कमल रावल द्वारा भी क्षेत्र की समस्याएं जिलाधिकारी के समझ रखी गई। सामाजिक कार्यकर्ता हरीश पांडे द्वारा अवगत कराया गया कि क्षेत्र के लिए शीघ्र ही सड़क स्वीकृत होकर कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा मंच एसबीआई में नियमित लेनदेन की सुविधा व्यवस्था कराने, आधार कैंप लगाए जाने, मंच में एटीएम स्थापित करने तथा नेटवर्क की समस्या से जिलाधिकारी को अवगत कराया। जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए, ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए अवगत कराया कि मंच से बकोड़ा तक सड़क निर्माण की स्वीकृति हेतु वन भूमि के प्रस्ताव अंतिम चरण में हैं। जो भारत सरकार स्तर पर हैं। इसके अतिरिक्त मिट्टीखाल-सौराई- रैंकोची तक का भी संरेखण कर प्रस्ताव तैयार कर कार्यवाही गतिमान है। तीसरा विकल्प क्षेत्र को टनकपुर-जौलजीवी सड़क से गांव को जोड़ना तथा मंच को जोड़ना तथा बकोड़ा-हरतोला-सौराई लिंक रोड का भी प्रस्ताव बनाने का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार किया जाएगा।सीम से लेकर पल्ला मोष्टा तक एलबीआर हल्का वाहन मोटर मार्ग निर्माण हेतु जिलाधिकारी द्वारा वन विभाग को प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्र के सभी गांव को सड़क सुविधा से जोड़े जाने हेतु कार्यवाही की जा रही है। शीघ्र कार्य कैसे हो इस पर भी कार्य किया जाएगा। क्षेत्र के सभी गांवों को जोड़े जाने हेतु अन्य वैकल्पिक व्यवस्था भी रखी जा रही है।

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इस दौरान ग्रामीणों द्वारा लधिया नदी से गांव की भूमि कटाव को रोके जाने की मांग जिलाधिकारी के समक्ष रखी गई। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता को बाढ़ सुरक्षा के कार्य करने हेतु प्रस्ताव तैयार कराने के निर्देश दिए। इस क्षेत्र के बकोड़ा गांव के कमलेश कुमार द्वारा मिनी ट्रैक्टर उपलब्ध कराने की मांग की गई।जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि शीघ्र ही कृषि विभाग के माध्यम से मिनी ट्रैक्टर उपलब्ध कराया जाएगा। जिलाधिकारी द्वारा गांव के युवक मंगल दल के स्वयंसेवकों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देने की भी बात कही गयी। इसके अलावा गांव में विभिन्न तोको व घरों में पेयजल की समस्या पर जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत कार्य गतिमान है। शीघ्र ही विभाग के माध्यम से समस्या का समाधान किया जाएगा। ग्रामीणों द्वारा जंगली जानवरों से फसलों को होने वाले नुकसान की समस्या पर मनरेगा से घेरबाड़ आदि के कार्य करने की बात रखी गई तथा ग्राम प्रधान द्वारा गांव में मनरेगा से घेरवाड़ व तरवाड़ का प्रस्ताव बनाने को कहा गया। इस पर जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि इस हेतु शीघ्र ही इस के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।

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इससे पूर्व अपने पैदल भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने मंच स्थित चाय बागान देखा, जिसमें उत्तराखंड टी बोर्ड द्वारा स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। वर्तमान में चाय बागान में चिल्लिंग का कार्य किया रहा है। जिसमें 28 स्थानीय महिलाओं वह 2 अन्य लोगों वर्ष में मनरेगा से 100 दिन का रोजगार तथा चाय बोर्ड से 200 दिन का रोजगार मिल रहा है। जिलाधिकारी द्वारा इन श्रमिकों से वार्ता भी की गई। इस दौरान टी बोर्ड के सुपरवाइजर कमल शर्मा द्वारा जिलाधिकारी को आवश्यक जानकारी दी गई। अपने पैदल भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी मड़थपला तोक में ग्रामीणों से मिले व उनकी समस्याएं सुनी। ग्रामीणों द्वारा गांव में कृषि औद्यानिक गतिविधियों के साथ ही मौन पालन को बढ़ाये जाने की मांग की गई। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि विभाग के अधिकारियों को गांव में भेज कर सर्वे किया जाएगा।
भ्रमण के दौरान अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एमसी पलाडिया, वन क्षेत्रधिकारी बीएम टम्टा, सहायक अभियंता सिंचाई खंड एक सी भदौला, कनिष्ठ अभियंता दीपक चौबे, नायब तहसीलदार, क्षेत्र पंचायत सदस्य कमल रावल, ग्राम प्रधान बकोड़ा महेंद्र सिंह व भाजपा नेता व सामाजिक कार्यकर्ता हरीश पांडे, ग्राम प्रधान सौराई सूरत सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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