चंपावत(उत्तराखंड)- जिला कलेक्ट्रेट परिसर में ग्रामीण उद्योग वेग बृद्धि परियोजना (रीप) एवं ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित क्लस्टर स्तरीय फेडरेशन, सीएलएफ की महिलाओं द्वारा स्वनिर्मित राखियां हाथों-हाथ बिक गई
सीडीओ आर एस रावत की पहल पर आयोजित राखी महोत्सव का प्रभारी मंत्री रेखा आर्य ने महिलाओं के स्टालों का निरीक्षण कर उनके प्रयासों को सराहा।
ब्लॉक समन्वयक आकांक्षा सिंह ने प्रभारी मंत्री को बताया कि समूह की महिलाओं को साधारण प्रशिक्षण देने के बाद उन्होंने विभिन्न प्रकार की आकर्षक राखियां अपने हाथों से बनाई हैं , जिससे महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके। प्रभारी मंत्री का कहना था कि इसी प्रकार के प्रयासों से हर हाथ को काम एवं प्रधानमंत्री जी की अवधारणा लोकल फॉर वोकल को जमीनी रूप दिया जा सकता है। स्टाल में लगभग दस हजार रूपए की राखियां हाथों-हाथ बिक गई।
जिला परियोजना प्रबंधक शुभांकर झा के अनुसार 17 अगस्त से लोहाघाट एवं चंपावत के डाकघरों में राखियों की बिक्री की जाएगी। इसके बाद 25 अगस्त से बाराही धाम में राखियों के स्टाल लगाए जाएंगे। महोत्सव के आयोजन में रीप के सहायक प्रबंधक प्रकाश पाठक, सह प्रबंधक नीरज पंत, निशा, राहुल आदि ने सहयोग दिया। इस अवसर पर डीआरडीए की परियोजना निदेशक विम्मी जोशी भी मौजूद थी, जिन्होंने महिलाओं को लगातार प्रोत्साहित किया।