चंपावत(उत्तराखंड) – देवभूमि उद्यमिता विकास योजना के तहत 12 दिवसीय ई0डी0पी0 प्रशिक्षण के प्रतिभागियों/प्रशिक्षुओं को शैक्षिक उद्यम भ्रमण की रूपरेखा के क्रम में कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य डॉ0 अजिता दीक्षित के निर्देशन में हिन्दी विभाग की प्राध्यापिका डॉ0 रेखा मेहता, ई0डी0पी0 समन्वयक पंकज तिवारी के देखरेख में ई0डी0पी0 बैच को उद्यम भ्रमण के लिए श्यामलाताल क्षेत्र में भ्रमण हेतु ले जाया गया।
शैक्षिक उद्यम भम्रण के दौरान प्रशिक्षुओं ने मधुमक्खी पालन उद्योग का सम्पूर्ण निरीक्षण किया। जिसमें विविध प्रकार के शहद के रूप बनाने की विधियों को सीखा। मधुमक्खी पालन उद्यमी हरीश जोशी ने सभी प्रतिभागियों को बताया कि जहां फूलों की संख्या अधिक होगी वहां मधुमक्खी अधिक शहद का निर्माण करती है तथा फरवरी -जून माह तक अच्छे गुणवत्ता की शहद उत्पादित होती है। प्रशिक्षुओं ने मधुमक्खी के विविध प्रकार के यन्त्रों का निरीक्षण किया तथा पाया कि अल्प पूंजी से इस उद्यम का कार्य किया जा सकता है। शहद निकालने की सामग्री जैसे मुंहरक्षक, जाली, दस्ताने, मौन पकड़ने का थैला, जिसकी कीमत बाजार में 800रूपयें से 900रूपयें प्रति किग्रा तक प्राप्त किया जा सकता है।
प्रशिक्षण में सभी ने सीखा कि घाटी वाली जगहों पर मधुमक्खी पालन कार्य करने में अधिक फायदा होता है क्यों कि यहां उत्पादकता अधिक होती है। प्रशिक्षुओं ने सीखा कि यह व्यवसाय वर्ष के 12 माह चलती है। डॉ0 रेखा मेहता व महेश लाल ने प्रशिक्षुओं का पूरे भ्रमण के दौरान साथ साथ निरीक्षण तथा आवश्यक सहयोग किया।
ई0डी0पी0 बैच उद्यम भम्रण के उपरान्त 03 बजे पुनः महाविद्यालय में वापसी की गई। सम्पूर्ण बैच का डाटा आदि का संकलन ई0डी0पी0 के नोडल अधिकारी डॉ0 दिनेश कुमार गुप्ता के द्वारा किया गया। तथा बैच भ्रमण के पूर्व आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
इस दौरान डॉ0 संजय कुमार, अतुल कुमार मिश्र, संजय कुमार गंगवार, हरीश चन्द्र जोशी ने आवश्यक सहयोग किया तथा दशरथ बोहरा, दिनेश चन्द्र सिंह रावत, विजय कुमार मौर्य ने भी टीम का आवश्यक सहयोग किया। रिर्पोटिंग कार्य में नीमा भट्ट व बबिता चौहान ने अपना योगदान किया। वापसी में सभी को भोजन भी उपलब्ध कराया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में दशरथ बोहरा, विजय कुमार मौर्य व प्रशिक्षु महेश लाल, दिनेश चन्द्र सिंह रावत ने भी आवश्यक सहयोग किया।
इस दौरान डॉ0 संजय कुमार व हरीश चन्द्र जोशी भी उपस्थित रहे साथ ही अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान नीमा भट्ट, बबिता चौहान, नीमा गोस्वामी, पूजा देवी, बालकृष्ण भट्ट, ओम प्रकाश जोशी, देवेन्द्र सिंह नेगी, लक्ष्मण सिंह, आशा नेगी, भागीरथी भट्ट, गीता भट्ट, प्रदीप जोशी आदि ने भी अपने अपने स्तर से सहयोग किया। समन्वयक पंकज तिवारी के द्वारा पूर्ण मनोयोग से भम्रण टीम का देखभाल व ई0डी0पी0 नोडल डॉ0 दिनेश कुमार गुप्ता से समन्वय बनाये रखा।