डॉ. लखेड़ा ने अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार में भारतीय राजनीति एवं सांस्कृतिक दर्शन को बताया दुनिया की महान विरासत
लोहाघाट(चंपावत) – स्वामी विवेकानन्द पीजी कॉलेज के राजनीति विज्ञान में विभागाध्यक्ष डॉ. प्रकाश लखेड़ा ने बीकानेर में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमीनार विषय- विकसित भारत @ 2047 पर आधारित संगोष्ठी में भाग लेकर लौट आये है l इस अवसर पर उन्होंने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किया l उन्होंने भारतीय सनातन एवं ऋषि परंपरा पर आधारित राजनीति को विश्व की सर्वश्रेष्ठ परम्परा बताते हुए अपने शोध पत्र से यह साबित करने का प्रयत्न किया कि पाश्चात्य देशों के विद्वानों ने जो विश्व को अपना राजनीतिक दृष्टिकोण परोसा है, उसका उदगम स्थल भारत ही रहा है l
उनका कहना था कि विश्व के राजनीतिक रंगमंच में 11 सितम्बर 1893 का दिन इतिहास के पन्नों में जुड़कर नई राजनैतिक सोच एवं चेतना को जगा दिया जब स्वामी विवेकानन्द जी ने शिकागो में भारतीय चिन्तन एवं दर्शन को प्रतिपादित किया था l भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद की स्थापना महामना पं. मदन मोहन मालवीय ने 1938 में स्थापित की थी l जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय राजनीति की दिशा और दशा को भारतीय सनातन के दृष्टिकोण से स्वस्थ एवं स्वच्छ रूप देना है l अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के 28 राज्यों के विश्वविद्यालयों के कुलपति, राजनीति विज्ञान विषय के प्रकाण्ड विद्वानों, प्राध्यापकों एवं शोध छात्रों ने प्रतिभाग किया l डॉ. लखेड़ा का सेमीनार से लौटने के बाद महाविद्यालय की प्राचार्य एवं महाविद्यालय परिवार द्वारा स्वागत किया गया।