खटीमा(उत्तराखंड) – खटीमा के टनकपुर रोड स्थित एक निजी होटल सभागार में गुरुवार को तीन पैरा स्पेशल फोर्स के पूर्व सैनिकों द्वारा प्रथम बार शेलातांग विजय दिवस हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया।
इस अवसर पर आयोजन संस्था अध्यक्ष सूबेदार मेजर ऑनरेरी कैप्टन हिम्मत नाथ की अध्यक्षता में पलटन का युद्ध विजय दिवस हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। शेलाटांग विजय दिवस कार्यक्रम में खटीमा चंपावत, बनबसा, नानकमत्ता तथा हल्द्वानी आदि क्षेत्रों से आए तमाम पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ सैनिकों द्वारा वार मेमोरियल शहीद सैनिकों को पुष्प चक्र अर्पित किया गया तथा उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा पुष्पांजलि भी अर्पित की गई।हम आपको बता दे की देश आजादी के उपरांत 1947- 48 के दौरान पाकिस्तान द्वारा भारत के शेलातांग क्षेत्र में कब्जे की नियत से किए हमले को 3 पैरा स्पेशल फोर्स के जवानों ने अपने अदम्य साहस से विफल कर पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ने का साहसिक कार्य किया था।उस समय वीर सैनिकों की वीर गाथाओं, अदम्य साहस व शहादत देने वाले वीर शहीदों के स्मरण हेतु खटीमा में पहली बार 3 पैरा स्पेशल फोर्स के पूर्व सैनिकों ने शेलातांग विजय दिवस का आयोजन किया।
शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं को इस अवसर पर शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में रिटायर्ड सूबेदार मेजर ऑनरेरी कैप्टन हिम्मत नाथ ने बताया की पाकिस्तानी आक्रमणकारियों का सामना करते हुए पलटन ने वीरता और रण कौशल दिखाते हुए दुश्मनों को लगभग 500 लाशें छोड़कर भागने के लिए मजबूर कर दिया था। वहीं विजय पर्व शेलातांग के पावन अवसर पर जाबांज सैनिकों के अदम्य साहस, अनुपम शौर्य, सर्वोच्च बलिदान और त्याग को याद करते हुए उनको नमन किया गया, साथ ही सैनिकों का हौसला अफजाई भी की गई। तीन पैरा स्पेशल फोर्स पूर्व सैनिकों की शेलातांग कमेटी के अध्यक्ष सूबेदार मेजर ऑनरेरी कैप्टन हिम्मत नाथ ने तीन पैरा स्पेशल फोर्स के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए जवानों को शौर्य दिवस की महान वीरगाथा से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान, अदम्य साहस और स्वर्णिम इतिहास से सबको प्रेरणा लेनी चाहिए साथ ही उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम खटीमा में प्रतिवर्ष 7 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।
वहीं कार्यक्रम का संचालन पूर्व सैनिक व जिला पंचायत सदस्य बनबसा पुष्कर कापड़ी ने किया। इस अवसर पर शेलातांग कमेटी के सचिव कैप्टन होशियार सिंह, सूबेदार दीपक भट्ट, कोषाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी दीपक भट्ट, संयोजक हवलदार पुष्कर कापड़ी, कैप्टन पीएन जोशी, बद्री विशाल, कृष्णानंद, चंदर सिंह, सुरेंद्र सिंह तथा मनोहर सिंह सहित तमाम पूर्व सैनिक मौजूद रहे।