चंपावत(चंपावत)- सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के चंपावत परिसर में विश्वविद्यालय का 5 वां स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में परिसर निदेशक डॉ. नवीन भट्ट, विशिष्ट अतिथि अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. भवान सिंह, कुलानुशासक रवि शंकर जोशी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का उदघाटन किया।
इस दौरान परिसर के सभी शिक्षकगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्योति पंत ने किया।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि और अन्य शिक्षकों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस पावन क्षण ने सभी उपस्थित लोगों के मन में उत्साह और उमंग भर दी। समारोह में महामहिम राज्यपाल द्वारा वर्चुवल माध्यम से अपना संदेश में कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास हो इस दिशा में विश्वविद्यालय आगे बढ़ेगा।
मुख्य अतिथि परिसर निदेशक डॉ नवीन भट्ट ने कहा कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अपने स्थापना से छात्रों को उनके व्यक्तित्व विकास की ओर ध्यान दे रहा है।डॉ भट्ट ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सतपाल बिष्ट के नेतृत्व में विश्वविद्यालय अनेकों आयाम स्थापित कर रहा है।छात्र-छात्राओं को रोजगारपरक शिक्षा के विश्वविद्यालय प्रयास रत है। डॉ भट्ट ने सभी छात्र संगठनों से विश्वविद्यालय परिसर के लिए सहयोग का आह्वाहन किया।उन्होंने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों की सराहना की और छात्रों को अपने कौशल और प्रतिभा को निखारने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ. भट्ट ने कहा कि छात्रों को विश्वविद्यालय के विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए और अपनी प्रतिभा को पहचानने का प्रयास करना चाहिए।
डॉ मीनाक्षी ने सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा को संक्षेप में प्रस्तुत किया।
डॉ. मीनाक्षी ने अपने वक्तव्य में विश्वविद्यालय के नाम पर स्थापित महान व्यक्तित्व, सोबन सिंह जीना के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया और कहा कि उनके लक्षणों और आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। डॉ. मीनाक्षी ने जीना जी के संघर्षपूर्ण जीवन की कहानियों के माध्यम से छात्रों को यह संदेश दिया कि कभी भी कठिनाइयों से हार नहीं माननी चाहिए, बल्कि उन्हें अपने विकास का माध्यम बनाना चाहिए।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं व शिक्षकों ने सोबन सिंह जीना के जीवन के विभिन्न पहलुओं और विश्वविद्यालय की प्रमुख उपलब्धियों पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षण, शोध, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्रों की सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की।
कार्यक्रम के अगले चरण में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने संगीत और नृत्य के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इन प्रस्तुतियों ने पूरे माहौल को जीवंत और रंगीन बना दिया।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में परिसर निदेशक डॉ. नवीन भट्ट ने छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों की सराहना की और छात्रों को अपने कौशल और प्रतिभा को निखारने के लिए प्रोत्साहित किया
में डॉक्टर विनोद सार्की सर की डॉक्टर गणेश गिरी सर डॉ अमित कश्यप , गजेंद्र कुमार , डॉ नेहा, डॉ अमित राजन डॉ मीनाक्षी, डॉ हनुमंत ओली, डॉ कविता खत्री, डॉ विनोद जोशी, डॉ शोभा आर्या डॉ अंकित भट्ट, मोहित खर्कवाल ,मोहित भट्ट,मनीष महर,कुशाग्र वर्मा,पारस महर सहित सैकड़ों छात्र-छात्राए उपस्थित थे।