टनकपुर(चंपावत)- नवयोग सूर्योदय सेवा समिति एवम आर्यावर्त सिंद्धान्त संरक्षण न्यास के संयुक्त तत्वावधान में गीता जयन्ती महोत्सव के उपलक्ष्य में गीता श्लोक प्रतियोगिता का आयोजन विवेकानंद विद्या मंदिर सभागार में किया गया । जिसमें टनकपुर एवम बनबसा क्षेत्र के जूनियर हाईस्कूल एवम इंटर के 10 विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया ।
जिसमें मुख्य वक्ता योग गुरु डॉ नवदीप जोशी ने कहा विश्व के सभी विद्वानों का मत है 18 अध्यायों के 700 श्लोकों में प्रवाहित इस अद्भुत अमृत गंगा का कोई विकल्प नहीं है। इस पवित्र ग्रन्थ की वैश्विक लोकप्रियता को हम विषय वैशिष्ट्य के कारण विश्व भर की 78 भाषाओं में इस ग्रन्थ के 250 से ज्यादा अनुवाद हो चुके हैं। पांच हजार वर्ष पहले कुरुक्षेत्र की युद्धभूमि में भगवान श्री कृष्ण दिया गया ज्ञान को स्वामी विवेकानंद, अरविंद घोष, महात्मा गांधी, गंगाधर तिलक, विनोबा भावे,जयदयाल गोयन्दका तथा स्वामी अड़गड़ानंद जी, ए पे जे अब्दुल कलाम, विदेशी वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंसटीन,दार्शनिक कवि हेनरी डेविड थोरो , ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध दार्शनिक, समाज सुधारक रूडोल्फ जोसेफ लॉरेंज स्टेनर आदि अनेक महापुरुषों ने गीता की अपने शब्दों में व्याख्या की एवम स्वंय के जीवन की कठनाइयों में गीता ज्ञान से सलाह ली ।
श्लोक प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में प्रथम सन्ध्या गड़कोटी, द्वितीय हर्ष उदय खर्कवाल, तृतीय प्राची एवम ऋषि सीनियर वर्ग में यस अवस्थी, द्वितीय मयंक जोशी , तृतीय नैना शर्मा रहे ।
निर्णायक मंडल में बंशीधर उपाध्याय, डॉ देवी दत्त जोशी , किरण बिष्ट रहे । अध्यक्षता प्रधानाचार्य राकेश पाण्डेय ने की संयोजक डॉ. मनुश्रवा आर्य , केसर सिंह बिष्ट ने किया।