देहरादून(उत्तराखण्ड)- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर अपने ट्वीट के जरिए अपने राजनीतिक हमलावरों को जवाब देने का काम किया है। हरीश रावत ने एक लंबा चौड़ा ट्वीट उनके ऊपर राजनीतिक हमला कर को समर्पित करते हुए लिखा है।
हरीश रावत ने अपने राजनीतिक जीवन में विरोधियों द्वारा दिए जा रहे घावों को महाभारत में अर्जुन के युद्ध के दौरान मिले घावों से जोड़ते हुए कहा है कि जिस तरह महाभारत युद्ध में अर्जुन घाव मिलने पर रोमांचित होते थे उसी तरह उन्हें भी अपने राजनीतिक जीवन में घाव दर घाव मिले हैं कई कई हारे झेली लेकिन उन्होंने राजनीति में ना ही अपनी निष्ठा बदली और ना ही कभी रण छोड़ा। साथ ही उन्होंने राजनीति जे उन बच्चो का आभार जताया है जो उनको उनकी हारे गिना रहे है।रावत के अनुसार राजनीति के कुछ नए नवेले आरएसएस की क्लास में सीखे हुनर को उन पर आजमा रहे है।लेकिन उन्हें नही पता वो जिस वक्त जन्म ले रहे होंगे वह अपने राजनीतिक जीवन की पहली हार पाकर दोबारा युध्द के लिए कमर कस चुके थे।
हरीश रावत ने उन राजनीतिक नेताओं पर भी तंज कसा जो उन्हें कांग्रेस के नेतृत्व में 70 विधानसभाओं में 11 सीटों पर आने की बात कह रहे हैं। यह वह लोग हैं जिनके वार्ड से कभी कांग्रेस जीत नहीं पाई। अरे साहब ने यह भी कहा कि बात हो 1971 72 से ही अल्मोड़ा पिथौरागढ़ चंपावत बागेश्वर में चुनावी हार जीत के जिम्मेदार बन गए थे। उत्तराखंड निर्माण के बाद 2002 से 2019 तक वह उत्तराखंड के हर चुनाव में नायक की भूमिका में रहे है।
वही हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार के एक मंत्री पर भी उनके राजनीतिक हमले का जवाब दिया है उन्होंने कहा है कि इस मंत्री को वह उनके राजनीतिक आका के दुराग्रह के चलते अपना नहीं पाए वहीं उनके संन्यास लेने के बाद उन्हें पसंद आई लेकिन वह 2024 में राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाने के बाद भी सन्यास लेंगे। तब तक उनके राजनीतिक शुभचिंतक उनके संन्यास का इंतजार करते रहे। हरीश रावत के द्वारा राजनीतिक हमलावरों पर किया गया ट्वीट राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं में है।