खटीमा(उधम सिंह नगर)- जनपद ऊधम सिंह नगर के खटीमा तहसील सभागार में आजादी का अमृत महोत्सव के समापन अवसर पर देश भर में चलाए जा रहे मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत शुक्रवार को शहीदों के परिजनों के सम्मान हेतु ग्रुप केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल काठगोदाम द्वारा एक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में खटीमा तहसीलदार हिमांशु जोशी, सीआरपीएफ सहायक कमांडेंट संदीप बिष्ट की उपस्थिति में सीआरपीएफ डीआईजी शंकर दत्त पांडे ने वीर शहीदों की वीरांगनाओ को सम्मानित किया।
सम्मान कार्यक्रम के दौरान डीआईजी पांडे ने गांव तूरका तिसौर सितारगंज निवासी शहीद जवान राजेंद्र सिंह की वीरांगना पत्नी सरस्वती देवी, गांव खेलड़िया खटीमा निवासी शहीद चंद्रिका प्रसाद की वीरांगना पत्नी रामरति देवी तथा गांव मोहम्मदपुर भूड़िया निवासी शहीद वीरेंद्र सिंह राणा की वीरांगना पत्नी रेनू देवी को स्मृति चिन्ह, शाॕल, मिष्ठान व फल देकर सम्मानित किया। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित सभी जवानों परिजनों तथा लोगों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान वीर शहीदों को याद करते हुए उनके परिजनों की आंखें भी नम हो गई। सम्मान कार्यक्रम के अवसर पर वीर शहीदों के परिजनों ने सीआरपीएफ के अधिकारियों के समक्ष शहीद गेट, शहीदों की मूर्ति स्थापना तथा पेंशन आदि की समस्या को रखा जिस संबंध में डीआईजी पांडे ने इन समस्याओं के तत्काल समाधान का शहीद परिवारों को आश्वासन दिया साथ ही डीआईजी पांडे ने शहीदों के परिजनों और उनके बच्चों से बातचीत कर उनका हाल-चाल जान उनकी हौसला अफजाई किया।
कार्यक्रम में पहुंचे सीआरपीएफ के डीआईजी शंकर दत्त पांडे ने बताया कि मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत खटीमा तहसील सभागार में खटीमा व सितारगंज क्षेत्र के 3 शहीद सैनिक परिवारों को सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान शहीद परिवारों से मिलकर उनका हालचाल जाना तथा उनकी समस्याओं को सुना साथ ही उनको हर संभव मदद करने का विश्वास दिलाया।
डीआईजी पांडे ने बताया कि देश के प्रति अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद परिवारों के सम्मान के लिए सीआरपीएफ हर समय तैयार रहती है। समय-समय पर शहीद परिवारों को कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा कि शहीद परिवारों को सीआरपीएफ द्वारा एक विशेष मुहिम चलाकर विशेष रुप से ध्यान दिया जाता है। क्योंकि देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले शहीद वीर सैनिकों के परिजन सीआरपीएफ परिवार का हिस्सा है।