खटीमा(उत्तराखंड)- लायंस क्लब खटीमा सेवा एवं पत्रकार एसोसिएशन बीसलपुर के संयुक्त तत्वाधान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन गुरुवार की शाम को खटीमा में आयोजित हुआ। धानी रिसोर्ट में आयोजित इस कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए साहित्य के सशक्त हस्ताक्षरों का गुलदस्ता देखने को मिला। नामचीन कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया और इसके एवज में जमकर तालियां भी बटोरीं।साथ ही स्थानीय कवियों ने भी अपनी बेहतरीन काव्य रचनाओं के काव्य पाठ से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष क्लब अध्यक्ष लायन जितेंद्र पारूथी, सचिव लायन इंदर नाथ , प्रोग्राम चेयरमैन लायन मनोज वाधवा ,लायन अनुज अग्रवाल और बीसलपुर से आए पातीराम गंगवार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। इस सम्मेलन में कभी हास्य रस के बमों के ऊपर देर तक श्रोता ठहाके लगाते रहे तो कभी श्रृंगार रस की रचनाएं दिल को छू गईं।वीर रस के कवियों ने जब काव्य पाठ किया तो पंडाल भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। आधी रात के बाद तक पंडाल श्रोताओं से खचाखच भरा रहा।
चित्रकूट से आए जय अवस्थी ने सुंदर रचना पढ़ी
देख शत्रु भी थर थर काँपे ,वही कलेवर बन जाओ।
जिसे पहन कर माँ इतराये, ऐसा जेवर बन जाओ।
दौलत,शोहरत नहीं चाहिये,ख़्वाहिश केवल इतनी ही
आज़ादी के नायक ऊधम जैसा तेवर बन जाओ।
बीसलपुर से पहुंचे वीर रस के प्रसिद्ध कवि राजेश मिश्र प्रयास अपनी रचना से श्रोताओं को अपनी ओर खींचने में सफल रहे,उन्होंने पढ़ा
चुनिंदा वर्ण शब्दों को पिरोकर जान लिखता हूँ
तमन्ना सरफरोशी की अदव पहचान लिखता हूँ
उठाये वो भले उँगली मेरे बेदाग दामन पर
कलम की दामिनी चलती तो हिन्दुस्तान लिखता हूँ।
बाराबंकी से आए हास्य कवि प्रदीप महाजन ने अपनी रचना से खूब गुदगुदाया
कभी-कभी रस्सी को देखो सांप बनाना पड़ता है
जिसको जो पसंद हो लॉलीपॉप दिखाना पड़ता है।
राजनीति का पर्दा जब आंखों पर पड़ जाए तो
बाप को गधा और गधे को बाप बनाना पड़ता है।
इंदौर से खटीमा पहुंची श्रृंगार रस की शीतल देवयानी ने श्रृंगार रस से ओतप्रोत रचना पढ़ी
तेरे मेरे बीच सांसों की गति
तेज चलती रही रात भर
रात भर मैं भी सो न सकी
तुम भी सो न सके
रात ढलती रही रात भर रात भर
प्रयाग राज से आए धनंजय शाश्वत ने शहीद ऊधम सिंह की वीरता का बखान किया
पूजे जो अपनी माँ को ओ पूत ना रहा।
भारत के हम हैं लाल ये सबूत ना रहा।।
मारे जो जनरल डायर को घुसकर ब्रिटेन में,
भारत में ऊधम सिंह सा सपूत ना रहा।।
प्रतापगढ़ से आए ओज के कवि हरि बहादुर सिंह हर्ष की रचना से श्रोताओं की भुजाएं फड़क उठीं
आँच आन पर जब जब आये रणभेरी बजवाओ,
खण्ड -खण्ड उद्दण्ड शत्रु हो वो पौरुष दिखलाओ।
रण में प्रण लेकर जाओ हर चक्रव्यूह को काटो,
मतभेदों का भेदन करके सभी खाइयाँ पाटो।
मातृभूमि जो करे अपावन
काटो वो भुजदण्ड,
सूर्य चन्द्रमा जब तक चमकें भारत रहे अखण्ड
बीसलपुर से आए दिलीप पाठक सरस ने मुक्तक पढ़ा
कैसा बंधन जोड़ा है।
बीच राह में छोड़ा है ॥
एक कदम भी बढ़ा नहीं ।
कितना अड़ियल घोड़ा है ॥
अपने शानदार संचालन से कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले रायबरेली से आए ओज के कवि नीरज पांडे ने पढ़ा
शांति दूत बनने से जब कोई हल नहीं निकलता है तब मेरी कविता का अक्षर अक्षर आग उगलता है
इस सम्मेलन में श्रोताओं ने बाहर से आए कवियों के अलावा क्षेत्र के डॉ. रूपचंद्र शास्त्री, डॉ. राज किशोर सक्सेना, बसंती सामंत ,डॉ.जगदीश पंत कुमुद, डॉ.महेंद्र प्रताप पांडे ,दीपक फुलेरा, दया भट्ट, हेमा जोशी ,रामरतन यादव, रावेंद्र रवि,शांति सिंह ,कैलाश पांडे और आकांक्षा जोशी को भी सुना। इन सभी कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का दिल भी जीता और उनकी तालियां भी बटोरीं।इस मौके पर साइकिल यात्रा के माध्यम से नशे के खिलाफ अभियान चलाने वाले हिंद पब्लिक स्कूल के शिक्षक रवि मेहता को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध साहित्यकार महेंद्र प्रताप पांडे नंद और रायबरेली से आए कवि नीरज पांडे ने संयुक्त रूप से किया। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य रामू जोशी ने सभी कवियों की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए दोनों संस्थाओं को धन्यवाद ज्ञापित किया । प्रोग्राम चेयरमैन लायन मनोज वाधवा ने कहा कि क्लब ऐसे कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित करता रहेगा।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लायंस क्लब सेवा के अध्यक्ष जितेंद्र पारूथी ने बाहर से आए रचनाकारों और क्षेत्र के साहित्यकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस मौके पर इंदर नाथ,अनुज अग्रवाल ,दलवीर सोहल,केसर परुथी, हरबिंदर कौर ,दिनेश सुनेजा, रंदीप पोखरिया, सतीश गोयल ,संतोष अग्रवाल ,बॉबी धींगरा,दीपक गुप्ता,चर्चा बत्रा, रोशन रावत, कामिल खान, तारिक मलिक ,नरेंद्र धामी , मुस्तकिम मलिक ,मोहसिन बेग, जितेंद्र सिंह, वीरेंद्र सक्सेना, लकी सक्सेना ,सुमित गुप्ता, प्रकाश शर्मा ,दीपेश तिवारी ,राहुल सक्सेना ,महताब रजा, सुधीर बत्रा, नवल वाल्मीकि ,मातादीन गौतम, उमेश पांडे ,राघव यादव ,सूरज शर्मा, जितेंद्र सिंह,जितेंद्र विश्वकर्मा, पिंकू रस्तोगी, हरगोविंद सिद्धू, विमलेश मौर्य, हरीश बत्रा ,विजय अरोड़ा, सचिन विज, ललित मोहन मारवाह और मनोज शाही आदि रहे।