चम्पावत(उत्तराखंड)- जिले में सांस्कृतिक उत्सव की नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जोरदार धूम मची हुई है। लोगों में इस बात को लेकर एक दूसरे से आगे बढ़ने की होड़ सी लगी हुई है।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने इसे लोकोत्सव का रूप देते हुए नगर तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से सीधा संवाद कर कहा है कि यदि हम लोग स्वयं अपने घर आंगन देवालय एवं सार्वजनिक स्थानों को साफ सुथरा रखने का प्रयास नहीं करेंगे तो इसके लिए बाहर से कोई व्यक्ति नहीं आएंगे ? नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यों ज्यों अयोध्या में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि नजदीक आती जा रही है। उसी प्रकार लोग अपने कार्यक्रमों को अंतिम रूप देते जा रहे हैं। हर घर से शगुन आंखर, मांगलिक गीतों के स्वर गूंजने लगे हैं। कहीं अखंड रामायण की धूम मची हुई है तो कहीं रामधुन के गायन में लोग मस्त हैं। मंदिरों में भजन – कीर्तन सुंदरकांड का पाठ के अलावा लोग गांव के नौलों,धारों व नदियों के इनारों, किनारों की सफाई करने में लगे हुए हैं।
नगरीय क्षेत्रों में सांस्कृतिक दलों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर देव भूमि उत्तराखंड की महान परंपराओं, मान्यताओं से लोगों को रूबरू कराने के साथ उनका भरपूर मनोरंजन भी किया जा रहा है। इस दौरान लोग न केवल पॉलिथीन के उन्मूलन एवं नशे के विरुद्ध भी जागरूकता पैदा कर रहे हैं बल्कि युवाओं एवं अन्य लोगों को सत प्रतिशत मतदान के लिए पक्का इरादा आने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
समूचे जिले में 22 जनवरी को दीपावली जैसी खुशियां मनाने के लिए अपने-अपने अंदाज में लोग तैयारियां कर रहे हैं। हर घर में दीपावली के दीपों का प्रकाश जगमगायेगा। इस दिन लोग एक दूसरे को मिठाइयां बांटकर खुशियों का भी इजहार करेंगे।
जिलाधिकारी का कहना है कि चूंकि इस महोत्सव को समूचे देव भूमि में मनाया जा रहा है। क्यों नहीं मॉडल जिले के लोग ऐसा भव्य व दिव्या प्रदर्शन करें। जिससे वह अपने को अन्य जिलों की प्रथम पंक्ति में अपने को खड़ा कर सके।