खटीमा में पूरे शबाब पर है अवैध मिट्टी खनन का कारोबार, खनन माफिया सिस्टम से मिलीभगत कर जमकर काट रहे चांदी,दिन हो या रात धड़ल्ले से चल रहा अवैध मिट्टी खनन का खेल,सिस्टम खामोश

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें
बीते रोज खटीमा के चकरपुर इलाके में होता अवैध मिट्टी खनन

खटीमा(उधम सिंह नगर)- उधम सिंह नगर जनपद के सीमांत खटीमा में इन दिनों अवैध मिट्टी खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। मिट्टी खनन माफियाओं के द्वारा सिस्टम से मिलीभगत कर जमकर किसानों की उपजाऊ भूमि को खोद मिट्टी को महंगे दामों पर बेचने का कारोबार किया जा रहा है। दिन हो या रात मिट्टी खनन तहसील क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में बदस्तूर जारी है। लेकिन उसे रोकने की जहमत राजस्व प्रशासन हो या पुलिस कोई नहीं उठा रहा।

खटीमा की ग्रामीण सड़क हो या मुख्य हाईवे उन पर मिट्टी से भरी ट्रैक्टर ट्राली लगातार दौड़ रही हैं। वर्तमान में निर्माण कार्यों में मिट्टी की जरूरत को देखते हुए खनन माफिया मिट्टी खनन के कारोबार में इस तरह रच बस गए हैं की अवैध मिट्टी खनन सिस्टम से सेटिंग करके या चोरी छुपे लगातार वह तहसील क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर मिट्टी खुदाई का अवैध कारोबार कर रहे हैं। लेकिन राजस्व प्रशासन इस सब के बावजूद भी आराम से आंख मूंदकर इस सब गोरखधंधे को देख रहा है। तमाम शिकायतों के बावजूद अवैध मिट्टी खनन पर एक या दो ट्रैक्टर ट्राली पकड़ कर कार्रवाई की औपचारिकताएं प्रशासन व पुलिस द्वारा की जा रही हैं। खटीमा में लचर हो चुके सिस्टम के आगे मिट्टी खनन माफिया बेखौफ अपने कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  टनकपुर: अखिल भारतीय साहित्य परिषद की बैठक का टनकपुर में हुआ आयोजन,कांति बल्लभ जोशी बने टनकपुर इकाई के संयोजक, साहित्य संवर्धन विमर्श एवम काव्य गोष्ठी भी हुई आयोजित

कास्तकारो की जमीन समतलीकरण की परमिशन की आड़ में अवैध मिट्टी खनन का खटीमा में हो रहा अवैध कारोबार

खटीमा क्षेत्र में पूर्व में सरकारी तालाबों की खुदाई की आड़ में हो रहे अवैध मिट्टी खनन के खेल पर जिला प्रशासन के द्वारा तहसील स्तर पर मिट्टी खनन की परमिशन को जिलेभर में बंद किया गया था। केवल जिलाधिकारी स्तर पर मिट्टी के खनन की परमिशन की जा रही है।लेकिन वर्तमान में खटीमा तहसील क्षेत्र में कास्तकारो की भूमि समतलीकरण की परमिशन की आड़ में अवैध मिट्टी खनन के कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है।स को परमिशन की आड़ में भी अवैध मिट्टी खनन का काला कारोबार खटीमा तहसील क्षेत्र में चल रहा है।लेकिन वर्तमान में तहसील व पुलिस प्रशासन की उदासीनता के चलते अवैध मिट्टी खनन तहसील क्षेत्र में बदस्तूर जारी है।

यह भी पढ़ें 👉  बनबसा में 57 वी वाहिनी एसएसबी सीमांत सुरक्षा के साथ महिलाओ को स्वावलंबी व स्वरोजगार से जोड़ने हेतु कर रही है सराहनीय पहल, एसएसबी ने बनबसा के देवीपुरा में दो सप्ताह के निशुल्क ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण शिविर का किया शुभारंभ, महिलाओ को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की एक बार फिर करी पहल ,निशुल्क पशु चिकित्सा शिविर के माध्यम से भी सीमांत जनता को दिया लाभ

शिकायत के बावजूद तहसील स्तर के अधिकारी अवैध खनन को रोकने की नही उठा रहे जहमत

खटीमा तहसील क्षेत्र में वर्तमान में जहां अवैध मिट्टी खनन का कारोबार अपने पूरे शबाब पर है, इस सब के बावजूद भी स्थानीय तहसील प्रशासन की उदासीनता इस मामले में बड़े सवाल खड़े कर रही है। तहसील क्षेत्र के स्थानीय लोगों के द्वारा खटीमा तहसील प्रशासन को अवैध मिट्टी खनन की शिकायत किए जाने के बावजूद भी तहसील खटीमा के अधिकारी अवैध खनन रोकने की जहमत तक नही उठा रहे है। इन सभी वजहों से अवैध मिट्टी खनन के कारोबार में लगे मिट्टी खनन माफियाओं के हौसले सातवें आसमान पर हैं।प्रशासन की उदासीनता इससे भी जाहिर होती है की स्थानीय मीडिया की सूचना पर भी तहसील अधिकारी अवैध खनन स्थल पर पहुंच कार्यवाही नही कर रहे।तहसील अधिकारियों की इस गंभीर हिला हवाली पर जिला प्रशासन द्वारा भी अवैध मिट्टी खनन रोकथाम हेतु संज्ञान लेने की जरूरत वर्तमान में बेहद जरूरी जान पड़ती है। फिलहाल वर्तमान में खटीमा तहसील क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन मामले में स्थानीय प्रशासन के फेलियर पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। बड़ा सवाल यह भी है कि आखिरकार तहसील प्रशासन अवैध मिट्टी खनन कारोबारियों पर हाथ डालने से क्यों बच रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  बनबसा में 57 वी वाहिनी एसएसबी सीमांत सुरक्षा के साथ महिलाओ को स्वावलंबी व स्वरोजगार से जोड़ने हेतु कर रही है सराहनीय पहल, एसएसबी ने बनबसा के देवीपुरा में दो सप्ताह के निशुल्क ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण शिविर का किया शुभारंभ, महिलाओ को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की एक बार फिर करी पहल ,निशुल्क पशु चिकित्सा शिविर के माध्यम से भी सीमांत जनता को दिया लाभ
Ad Ad Ad
Ad

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles