मृतक राज बहादुर खटीमा में प्राइवेट फाइनेंस कंपनी में करता था काम,घटना स्थल से पुलिस को मिला है सुसाइट नोट
खटीमा(उधम सिंह नगर)- सोमवार को चकरपुर थरूवाट इलाके प्राइवेट फाइनेंस कंपनी में कार्य करने वाले राजबहादुर ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया।वही सुसाइट से पहले उसने अपनी पत्नी आशा को भी उसने गंभीर रूप से घायल कर दिया,।इस पूरी वारदात का स्थानीय लोगो को तब पता चला जब राज बहादुर का परिवार सोमवार दोपहर 12 बजे तक अपने घर से बाहर नहीं निकला तो पड़ोसियों ने जब घर पर जाकर देखा तो घर के दरवाजे बंद थे। आवाज लगाने पर भी जब पति पत्नी घर से बाहर नहीं निकले पड़ोसियों ने इसकी सूचना चकरपुर चौकी पुलिस को दी।
चौकी इंचार्ज एसआई प्रियांशु जोशी ने पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंच जब दरवाजा तोड़कर खोला तो बेड में गंभीर घायल अवस्था में राज बहादुर की पत्नी आशा उम्र 40 वर्ष पड़ी थी। जबकि बगल के कमरे में राज बहादुर उम्र 45 मृत अवस्था में पड़ा था। पुलिस टीम ने त्वरित रूप से गंभीर घायल राज बहादुर की पत्नी को खटीमा के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। जहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार दे गंभीर घायल आशा को हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया। वही उक्त घटना के बाद खटीमा कोतवाली के एसएसआई अशोक कुमार,किशोर पंत, एसआई रूबी मोर्या सहित पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक के शव व घटनास्थल का मुवायना किया।
जबकि शाम के समय मृतक राज बहादुर के घर पहुंची फॉरेंसिंक टीम ने घटना स्थल से रक्त व अन्य महत्वपूर्ण चीजों का संकलन किया। वहीं पुलिस अधिकारियों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मृतक राज बहादुर व उसकी पत्नी के बीच में प्रथम दृष्टया आपसी कलह की वजह से यह दुखद घटना को होना जान पड़ता है। रुद्रपुर से उच्च अधिकारियों के आने के बाद मृतक के सब को देर शाम पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया।
फिलहाल सूत्रों के अनुसार पुलिस को मृतक के कमरे से सुसाइट नोट भी मिला है।जो इस पूरी वारदात का राज खोलेगा।पुलिस टीम इस मामले में हर पहलू की गंभीरता से जांच कर रही है। वही हम आपको बता दें कि मृतक राज बहादुर के पिता रिटायर्ड इंस्पेक्टर नर बहादुर अपने दो पुत्रों व पुत्र वधुओ के साथ चकरपुर के थरूवाट में रहते है।वही बीते रोज आईटीबीपी जवान छोटे बेटे के साथ इलाज हेतु हल्द्वानी गए थे।उनकी अनुपस्थिति में उनके बड़े बेटे राज बहादुर ने इस दुस्साहसी घटना को अंजाम दे दुनिया को अलविदा कह दिया।जबकि बेटे के हमले में घायल बहु आशा भी हल्द्वानी में जीवन व मौत के बीच झूल रही है।मिली जानकारी अनुसार मृतक राज बहादुर का लगभग दस साल पहले प्रेम विवाह हुआ था लेकिन उनकी कोई भी संतान नही थी।फिलहाल इस घटना से आसपास के लोग अचरज में है की आखिर मृतक राज बहादुर ने इतना बड़ा कदम आखिर क्यों उठाया।फिलहाल उक्त मामले में पुलिस की जांच जारी है।