आप भी जानिए नेपाल के इस जिलाधिकारी की क्लर्क से डीएम बनने की कहानी
खटीमा(उत्तराखण्ड)- उत्तराखण्ड के चम्पावत व उधम सिंह नगर की सीमा से लगे नेपाल के कंचनपुर जिले में प्रमुख जिला जिलाधिकारी के रूप में राम कुमार महतो की नियुक्ति नेपाल सरकार द्वारा की गई है।निवर्तमान जिलाधिकारी नुरहरि खतिवडा का नेपाल सरकार द्वारा मंत्रालय में वापस बुला लिया गया है।
नेपाल के मैदानी कंचनपुर में पहली पोस्टिंग पाने वाले राम कुमार महतो की सक्सेस स्टोरी भी बड़ी रोचक है। कार्यालय सहायक की प्रथम नोकरी प्राप्त करने वाले राम कुमार महतो ने अपनी मेहनत के दम पर नेपाल लोक सेवा आयोग की परीक्षा को पास कर प्रशासनिक सेवा में नियुक्ति पाई थी।वही इससे पहले वह नेपाल सरकार में केंद्रीय गृह मंत्रालय में पोस्टेड थे।
कंचनपुर नेपाल जिले के नव नियुक्त प्रमुख जिलाधिकारी राम कुमार महतो नेपाल के धनुषा जिले के गांव मिथिला नगर पालिका 2 के स्थायी निवासी है।सामान्य परिवार के महतो के परिवार का मुख्य व्यवसाय सब्जी की खेती है।वही तीन बार लोक सेवा आयोग नेपाल की परीक्षा में असफल रहने के बावजूद भी हिम्मत ना हारने वाले महतो ने 40 वर्ष की उम्र में नेपाल की सबसे बड़ी परीक्षा को आखिरकार पास कर ही लिया। इसके साथ ही 41 वर्षीय महतों चार विषयो में मास्टर डिग्री भी प्राप्त कर चुके है।लगभग बीस वर्ष की उम्र में आपने सहलेखा पाल के रूप में जिला स्वास्थ्य केंद्र में नोकरी पाई थी। ऑफिस के बाबू से नेपाल की सबसे बड़ी परीक्षा को 40 साल की उम्र में पास कर जिलाधिकारी बनने वाले महतो की सफलता का सफर बेहद रोचक है।जो नेपाल के युवाओ के लिए बेहद प्रेणना दायक है।
वर्तमान में भारत नेपाल के चल रहे सीमा विवाद व कंचनपुर जिले के ब्रहमदेव सीमा पर नेपाल अतिक्रमण पर चल रहे गतिरोध के बीच उत्तराखण्ड की सीमा से लगे नेपाल के कंचनपुर के नव नियुक्त जिलाधिकारी राम कुमार महतो का भारत के सीमावर्ती प्रशासन से किस तरह का सामंजस्य रहता है यह आने वाला समय बताएगा।फिलहाल नेपाल के उत्तराखण्ड से लगे सीमावर्ती जिले कंचनपुर में पहली प्रमुख जिलाधिकारी की पोस्टिंग पाने वाले राम कुमार महतो की कार्यालय सहायक से जिलाधिकारी तक कि सक्सेस स्टोरी नेपाल की सीमावर्ती मीडिया में छाई हुई है।
Motivational story..