जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने अवकाश के दिन भी किया क्षेत्रीय भ्रमण
लोहाघाट(चंपावत)- चंपावत को मॉडल जिला बनाने के लिए नवागत जिला अधिकारी नवनीत पांडे ने एक-एक पल का सद्पयोग करते हुए आज क्या किया? और कल क्या करना है? कि कार्य संस्कृति अपनाते हुए जिले में पर्यटन, धार्मिक पर्यटन एवं विकास की तमाम संभावनाओं को तलाशना शुरू किया है। जिसके तहत उन्होंने अवकाश के दिन भी बगैर प्रशासनिक टाल टप्पर के कई स्थानों का भ्रमण किया।
डीएम ने कृषि विज्ञान केंद्र परिसर का भ्रमण कर यहां की जरूरतों एवं विकास की संभावनाओं का पता लगाया। यहां पाली हाउसों में टमाटर लदे हुए थे। यहां खेतों में काम कर रहे श्रमिकों से बातचीत भी की। एबट माउंट में भ्रमण के दौरान उन्हें यहां की फिजा बदली हुई मिली। यहां पर्यटकों के लिए पर्यटन विभाग द्वारा कॉटेजों का निर्माण किया गया है। पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस स्थान में पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभावनाओं का भी जायजा लिया। चारों ओर से बनाच्छादित इस स्थान में आने पर व्यक्ति अपने को ईश्वरीय सत्ता के निकट पता है।
जिलाधिकारी ने कोलीढेक झील स्थल का भी निरीक्षण किया। आए दिनों झील के डूब क्षेत्र में आए देवदार के पेड़ों के कटान के कारण झील के पानी को खाली किया गया है। शुरुआती दौर में झील में नौकायन शुरू होते ही यहां काफी रौनक आ गई थी जिससे कई लोगों को रोजगार भी मिल रहा था। नौका संचालकों द्वारा शीघ्र नौकायन शुरू करने की मांग की जा रही है।
डीएम ने अद्वैत आश्रम मायावती का भी भ्रमण किया जहां आश्रम के प्रबंधक स्वामी सुहृदया नंद एवं चिकित्सालय के प्रभारी स्वामी एक देवानंद ने उनका स्वागत किया। डीएम ने देखा कि यहां किस प्रकार नर को नारायण मानकर लोगों की निशुल्क चिकित्सा व अन्य सेवाएं की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों से रोज बसों के जरिए रोगियों को चिकित्सालय में लाकर उन्हें उपचार के बाद उनके गंतव्य तक छोड़ा जाता है।
डीएम पांडे ने मायावती वन पंचायत के जंगल को भी देखा। उन्होंने इतने सघन वन को तैयार करने के प्रयासों की भी जानकारी ली। स्वामी जी ने बताया कि यहां जैव विविधता को बनाए रखने के लिए जंगल के पौधों की बच्चों की तरह देखरेख किए जाने से ही यह स्वरूप सामने आया है। बाद में जिलाधिकारी ने जिला मुख्यालय के समीपवर्ती स्थलों का दौरा कर वहां भी हर संभावनाओं का पता लगाया।