जापान/उत्तराखंड- भले ही दो जून की रोटी के लिए अपना देश छोड़ कर दूर देश जापान बसना पड़ा हो,लेकिन अपनी संस्कृति,धार्मिक आस्था व मान्यताओं को पूरी शिद्दत के साथ आज भी वहा रह रहे भारतीय मना रहे है।अपने आराध्य श्री राम के मंदिर को जापान में बना भारतीयों ने पूर्व में ही ऐतिहासिक कदम अपने धर्म के संरक्षण व युवा पीढ़ी में धार्मिक मान्यताओं को संवाहित करने हेतु उठा लिया था।वही अबकी बार इस दशहरे में पूरे जापान देश में पहली बार दशहरा पर्व मना रावण के पुतले का दहन कर भारतीयों ने इतिहास रच डाला।
इस अवसर पर उत्तराखंड सहित पूरे देश के विभिन्न क्षेत्रों से जापान में बसे भारतीयों ने भारी संख्या में राम मंदिर ट्रस्ट जापान के बैनर तले दशहरे पर्व को हवन यज्ञ,पूजा अर्चना, डांडिया गरबा नाच गाकर हर्षोल्लास पूर्वक मनाया। असत्य पर सत्य की जीत के पर्व दशहरे के पर्व पर पहली बार जापान देश में रावण के पुतले का दहन कर विजया दशमी पर्व की खुशियों को भारतीयों द्वारा मनाया गया।
जापान में दशहरा पर्व आयोजन व रावण पुतला दहन का वीडियो उत्तराखंड मूल के जापान में बसे भारतीयों द्वारा बेबाक उत्तराखंड से साझा किया गया।वीडियो के माध्यम से दिखाया गया किस तरह धर्म प्रेमी श्री राम के भक्ति में सराबोर भारतीयों ने दूर देश जापान में विजया दशमी पर्व मना अपने धर्म की पताका को जापान देश में रहकर भी फहराने का कार्य किया है।
जापान में दशहरा पर्व आयोजन के मुख्य सूत्रधार कौन कौन रहे इस बाबत जानकारी उधम सिंह नगर दुग्ध उत्पादक संघ उधम सिंह नगर के पूर्व अध्यक्ष रहे तिलक राज गंभीर जी ने देते हुए बताया की जापान देश में उनके भाई सहित अन्य भारतीयों ने राम मंदिर ट्रस्ट बना राम मंदिर का निर्माण किया है।राम मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से ही इस वर्ष पहली बार दशहरा पर्व को जापान में मनाया गया।विभिन्न आयोजनों के साथ रावण के पुतले का दहन कर भारतीयों ने अपने धर्म की परंपराओं का निर्वहन कर जापान में इतिहास रचने का काम किया है।इस दशहरे आयोजन को सफल बनाने में श्री राम मंदिर ट्रस्ट जापान के व्यवस्थापक उनके भाई गुलाब राय गंभीर,मंदिर के ट्रस्टी रोबिन गंभीर,राज शर्मा,मुकेश सिंह,श्रीकांत वडलामणि,मनोज गौड़ सहित श्री राम मंदिर जापान से जुड़े अन्य भारतीय प्रमुख रहे।