खटीमा(उत्तराखंड)- देश भर में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी विभिन्न आयोजनों के माध्यम से 400 पार के आंकड़े को प्राप्त करने हेतु जमीनी तैयारी कर रही है।तो वही उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी का शिक्षक ,सैनिक ,आर्थिक प्रकोष्ठ
भी मिशन 2024 की सफलता हेतु जुट चुका है।बीजेपी के शिक्षक ,सैनिक ,आर्थिक प्रकोष्ठ
ने रविवार को संयुक्त रूप से प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन का आयोजन किया।जिसमे भारी संख्या में प्रबुद्ध नागरिकों ब्लाक सभागार में पहुंच शिरकत की।
सम्मेलन का विधिवत उदघाटन लोकसभा प्रभारी व पूर्व कैबिनेट मंत्री बलवन्त भौर्याल,लोक सभा विस्तारक दिनेश ,शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक डॉ नवीन भट्ट,आर्थिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक वरुण अग्रवाल,सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक गंभीर सिंह धामी,किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह ,ब्लाक प्रमुख रंजीत नामधारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य,रमेश जोशी, जीवन धामी महिला मोर्चा उपाध्यक्ष मोहिनी पोखरिया,विधानसभा विस्तारक आलोक तिवारी,बिमला मुडेला द्वारा श्याम प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय ,भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया।
प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन की भूमिका व उद्देश्य पर सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक डॉ नवीन भट्ट ने कहा की भारतीय जनता पार्टी द्वारा विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए समाज के प्रबुद्ध नागरिकों से सुझाव मांगे जा रहे है।जिन पर चलकर भविष्य के भारत का निर्माण होगा।डॉ भट्ट ने कहा कि नरेंद्र मोदी द्वारा ऐतिहासिक निर्णय लिए गए जो भारत को विकसित भारत के मार्ग पर बढ़ाने के लिए मिल का पत्थर बने है।अब का भारत गुलामी की दासता से मुक्त होकर विश्व का नेतृत्व करने वाला भारत बन रहा है। जबकि आर्थिक प्रकोष्ठ की ओर से अपनी बात रखते हुए प्रमुख उद्योगपति अचल शर्मा ने कहा कि आज देश की नीतियों में परिवर्तन करने के कारण भारत देश विश्व की 10 वीं अर्थव्यवस्था से विश्व की 5 वीं अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुवा है।आने वाले समय मे भारत विश्व की तीन प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा।ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से उद्योग धंधों को बढ़ावा दिया गया।देश मे विश्वकर्मा योजना ,निवेश को बढ़ावा दिए जाने का काम किया है।
वही शिक्षक प्रकोष्ठ की ओर से अपनी बात रखते हुए पूर्व प्रधानाचार्य महेश ओळी ने कहा कि भारत ने नई शिक्षा पद्धति का निर्माण कर व उसे लागू कर ब्रिटिश कालीन शिक्षा पद्धति
से भारत को मुक्त करने का काम किया ।किसी भी समाज के उत्थान के शिक्षा महत्वपूर्ण है।जितना शिक्षा का स्तर अच्छा होगा उतना ही समाज मे नैतिक मूल्यों की रक्षा हो सकेगी।
सैनिक प्रकोष्ठ की ओर से अपने बात रखते पूर्व सैनिक आन सिंह सामन्त ने कहा कि सैनिक देश के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।देश की सुरक्षा व्यवस्था व उपकरणों को समृद्ध किया गया ।सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक गंभीर सिंह धामी ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा सैन्य ,सुरक्षा को महत्वपूर्ण मानते हुए अनेक सुझाव दिए।आर्थिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक वरुण अग्रवाल ने कहा कि मोदी सरकारों ने रहन सहन, जीवन स्तर, सामाजिक सुरक्षा की अवधारणा, व्यापार की सुगमता, पासपोर्ट का दबदबा, विदेशों से संबंध सुधारने को दिशा में महत्वपूर्ण काम किया ।
कार्यक्रम में पहुंचे किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह ने किसानों की समस्याओं को दूर करने की दिशा में अनेकों सुझाव दिए।सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के तौर पर लोकसभा के विस्तारक दिनेश आर्य ने कहा कि 2024 के लोकसभा में हमारी लड़ाई देश को अस्थिर करने में जुटी राष्ट्रीय शक्तियों से जिसे भाजपा को 400 से भी अधिक सासंदो को जीत दिलाकर जिनका मुह तोड़ जबाब दिया जाएगा।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर लोक सभा के प्रभारी व पूर्व कैबिनेट मंत्री बलवन्त भौर्याल ने कहा कि मोदी जी ने युवा,नारी ,किसान व गरीब को चार जाति मानकर उसके उत्थान की बात करते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति को राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ने का आह्वाहन किया। लोकसभा प्रभारी बलवन्त भौर्याल ने कहा कि यह समय आंतरिक मतभेदों से उठकर देश के बारे में सोचने का है।देश के प्रत्येक नागरिक को राष्ट्र के प्रति अपनी भूमिका का निर्वहन करना चाहिए।
सम्मेलन के अंत मे प्रकोष्ठों की ओर से मुख्य अतिथि लोकसभा प्रभारी बलवन्त भौर्याल,लोकसभा विस्तारक दिनेश आर्य व विधानसभा विस्तारक आलोक तिवारी को साल व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।सम्मेलन में विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा सुझाव पेटिका में डाले गए।सम्मेलन में महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष मोहिनी पोखरिया,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रमेश जोशी ,मण्डल अध्यक्ष जीवन धामी आदि ने भी अपने विचार रखे।सम्मेलन का संचालन एनजीओ प्रकोष्ठ के जिला संयोजक कपिल सामन्त ने किया।इस अवसर पर 500 से अधिक प्रबुद्ध जन उपस्थित होकर अपने सुझाव नरेंद्र मोदी जी को प्रेषित किये।