सरकारी विभागों के भवनों तथा कार्यालयों का लगभग 40 लाख का बकाया
संजय मार्केट, संजय मार्केट प्रथम तल, पालिका बाजार, गांधी मार्केट फड़, शापिंग काम्प्लेक्स, इंटर कॉलेज रोड मार्केट फड़ तथा अन्य दुकानों आदि का लगभग 60 लाख का बकाया
खटीमा(उधम सिंह नगर)- खटीमा नगर पालिका परिषद की संपत्तियां जो पालिका की आय के प्रमुख साधन है जिनके आय से नगर पालिका क्षेत्र में विकास के कार्य समय-समय पर संपन्न कराए जाते हैं। नगर पालिका परिषद के आंकड़ों के अनुसार नगर पालिका की संपत्ति संजय मार्केट, संजय मार्केट प्रथम तल, गांधी मार्केट फड़, पालिका बाजार, शॉपिंग कांपलेक्स, इंटर कॉलेज रोड मार्केट फड़ तथा अन्य दुकानों आदि का भारी मात्रा में वर्ष 2011 से बकाया चल रहा है।
इसी क्रम में तहसील, कोतवाली, जल संस्थान, विद्युत विभाग, विद्यालय, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग तथा बीज भंडार सहित लगभग सभी सरकारी भवनों का लगभग 40 लाख रुपए का बकाया चल रहा है। सरकारी भवनों, दुकानों व अन्य संपत्तियों को मिलाकर करोड़ों का बकाया है जो नगर पालिका परिषद का राजस्व है।
आंकड़ों के अनुसार संजय मार्केट की 32 दुकानों का 1154617 लाख, संजय मार्केट प्रथम तल की 27 दुकानों का लगभग 13 लाख, गांधी मार्केट फड़ की 12 दुकानों का 297215 लाख, पालिका बाजार की 29 दुकानों का 874721 लाख, शॉपिंग कांपलेक्स की 18 दुकानों का 229212 लाख, इंटर कॉलेज रोड मार्केट फड़ की 49 दुकानों का 2196350 लाख तथा कुछ अन्य दुकानों का 107580 लाख बकाया चल रहा है जो कुल लगभग 60 लाख रुपए है। नगर पालिका परिषद समय-समय पर बकाया वसूली के लिए कार्रवाई करता रहता है लेकिन कभी भी शत प्रतिशत सफलता हाथ नहीं लगती है। इसी क्रम में नगर पालिका परिषद बकाया वसूली हेतु फिर से कार्यवाही करने में जुटा हुआ है।
वहीं नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी दीपक शुक्ला ने बताया कि खटीमा नगर पालिका परिषद की जो संपत्तियां हैं जिससे नगर पालिका को प्रतिवर्ष आय प्राप्त होती है। उनमें से कुछ संजय मार्केट, पालिका बाजार, तथा फड़ की दुकानें हैं जिनका वर्ष 2011 से बकाया चल रहा है। जिसमें फड़ की दुकानों का लगभग 20 लाख का बकाया है जिसकी वसूली हेतु प्रथम नोटिस पूर्व में जारी किया जा चुका है अब अंतिम नोटिस भी दिया जा रहा है। इसी के साथ ही संजय मार्केट, पालिका बाजार तथा बैंक ऑफ़ बड़ौदा के ऊपर जो कांपलेक्स हैं जिनमें 42 दुकानों का लगभग 27 लाख का बकाया चल रहा है। वहीं अधिशासी अधिकारी दीपक शुक्ला ने बताया कि बकायेदारों को अंतिम नोटिस भेजा जा रहा है तथा बकाया जमा नहीं करने पर उनके ऊपर चालानी कार्रवाई की जाएगी व सभी बकायेदारों के नाम समाचार पत्रों में भी प्रकाशित कर सार्वजनिक किया जाएगा।
इसी के साथ उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जल संस्थान, तहसील, कोतवाली, विद्यालय, सिंचाई विभाग तथा बीज भंडार सहित लगभग सभी सरकारी भवन जो नगर पालिका की संपत्तियां हैं इन पर भी लगभग 35 से 40 लाख का बकाया चल रहा है।