खटीमा(उत्तराखंड)- हिंदी पखवाड़े के तहत संस्कार भारती संस्था की उधम सिंह नगर इकाई ने खटीमा के एक निजी स्कूल सभागार में हिंदी के संरक्षण व संवर्धन हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सीमांत क्षेत्र के 25 साहित्यकारों व प्रख्यात कवियों का समागम हुआ।
संस्कार भारती के उधम सिंह नगर इकाई के कार्यकारी जिला अध्यक्ष बाल कृष्ण थापा के निर्देशन में आयोजित इस हिंदी संवर्धन कार्यक्रम में हिंदी के उत्कर्ष को लेकर चिंतन मनन व कैसे इसका संरक्षण हो इस पर चर्चा हुई। कार्यक्रम का संचालन शिक्षाविद अमन अग्रवाल मारवाड़ी द्वारा किया गया।इस अवसर पर सीमांत क्षेत्र के साहित्यकारों व कवियों ने अपनी खूबसूरत रचनाओं के माध्यम से हिंदी के संरक्षण व संवर्धन हेतु अपनी कला को इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रस्तुत किया।
इस मौके पर संस्था के द्वारा कार्यक्रम में पहुंचे साहित्यकारों को उत्तराखंड की ऐपन कला को प्रदर्शित करती नेम प्लेट सम्मान स्वरूप भेंट की गई।संस्कार भारती संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष बालकृष्ण थापा ने बताया कि संस्कार भारतीय संस्था 1980 से कला व साहित्य के प्रचार हेतु काम कर रही है। हिंदी पखवाड़े के तहत खटीमा में संस्था ने विभिन्न विधाओं के साहित्यकारों का समागम कराया है। जिसमें हिंदी के उत्कर्ष को लेकर सुंदर कार्यक्रम का आयोजन हुआ है। संस्कार भारती संस्था आगे भी साहित्य व कला के संवर्धन हेतु विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करती रहेगी।
इस अवसर पर कार्यक्रम में अथिति के रूप में हरीश जोशी,गीताराम बंसल,नरेश तिवारी,कैलाश पांडे रमेश ओली,बी डी चिलकोटी,प्रवीण कंछल,ललित मित्तल, वीर सिंह नरेंद्र गहतोड़ी,प्रमोद कुमार पांडे मौजूद रहे। जबकि कार्यक्रम में शामिल साहित्यकारों व कवियों डॉ महेंद्र प्रताप पांडे “नंद,राम रतन यादव,रविन्द्र पांडे,डॉ एम इलियास सिद्धकी,दीपक फुलेरा,रावेंद्र कुमार “रवि” राम चन्द्र दद्दा,बाबा विमलेश,
हेमा जोशी,बसन्ती सामन्त,शांति देवी,दया भट्ट,तुलसी बिष्ट,डॉ नीलम पांडे,आकांशा जोशी,त्रिलोचन जोशी,नजीर अहमद,विपिन जोशी,आकाश प्रभाकर आदि शामिल रहे।