खटीमा: सड़क दुर्घटना ने एक पल में छीनी हंसते खेलते चंद परिवार की खुशियां,नेम बहादुर चंद उनकी पत्नी व दो बहु एक साथ दुनिया से हुए रुखसत,पूरे मुडेली इलाके में शोक की लहर

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

खटीमा(उत्तराखंड)- उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जनपद के सीमांत तहसील खटीमा के मुड़ेली गांव निवासी नेम बहादुर चंद के परिवार की खुशियां शनिवार को हुई सड़क दुर्घटना में एक पल में फना हो गई। किसने सोचा था की हंसता खेलता परिवार जो कि अपनी रिश्तेदारी में नेपाल महेंद्र नगर में पूजा में शामिल होने खुशी-खुशी अपने घर से गया था वह काल के क्रूर हाथों में फस कर वापस नहीं लौट पाएगा। शनिवार को खटीमा के चकरपुर सनिया नाले की पुलिया में तेज गति से आ रही कार की चपेट में दो स्कूटी के एक साथ चपेट में आने के बाद जैसे ही मुडेली निवासी नेम बहादुर चंद उनकी पत्नी व दूसरी स्कूटी में सवार बहुओं की एक साथ दर्दनाक मौत की खबर खटीमा इलाके में फैली, हर कोई इस दुखद घटना से स्तब्ध रह गया। नेम बहादुर चंद के मुड़ेली स्थित गोयल कॉलोनी में इस अनहोनी की खबर सुनकर सभी की आंखें नम हो गई। नेम बहादुर चंद का हंसता खेलता परिवार एक पल में काल के क्रूर पंजों में फस कर इस दुनिया से विदा हो गया। साथी अपने परिजनों को कभी ना भूलने वाला वह दुखने गया जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।

सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले नेम बहादुर चंद उम्र 60 वर्ष, उनकी धर्मपत्नी सरस्वती देवी उम्र 56 वर्ष, बहु नम्रता चंद्र पत्नी स्वर्गीय ललित चंद्र उम्र 27 साल, व कल्पना चंद पत्नी दिनेश चंद उम्र 42वर्ष शनिवार की सुबह 9:00 बजे दिल्ली स्थित गोयल कॉलोनी से अपने रिश्तेदारी में नेपाल महेंद्रनगर तो गए थे। नेपाल से लौटते वक्त लगभग 2:00 बजे स्कूटी के माध्यम से घर वापसी के दौरान खटीमा के चकरपुर सनिया नाले की पुलिया पर खटीमा से आ रही तेज गति कार में आमने-सामने की भिड़ंत में उनकी दोनों स्कूटीयों को उड़ा दिया। दुर्घटना इतनी खतरनाक थी कि दोनो स्कूटी के परखच्चे उड़ गए। साथ ही स्कूटी में सवार चारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें राहगीरों की सूचना पर तत्काल चकरपुर पुलिस चौकी की टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर खटीमा के नागरिक अस्पताल में इलाज हेतु भिजवाया गया। लेकिन चिकित्सकों ने जांच उपरांत नेम बहादुर चंद व तीनों अन्य महिलाओं को मृत घोषित कर दिया। चारों की मौत की खबर उनके परिजनों के पास पहुंचने पर परिजनों वी नेम बहादुर चंद के रिश्तेदारों में कोहराम मच गया। नेम बहादुर चंद व उनकी पत्नी जहां इस दुर्घटना के बाद अपने दोनो बेटे प्रेम व दीपक व पुत्र वधु को रोता बिलखता छोड़ दुनिया से रुखसत हो गए। जबकि दूसरी स्कूटी में सवार नेम बादुर चंद की बहु नम्रता व कल्पना भी अपने छोटे बच्चो को रोता बिलखता छोड़ परलोक सिधार गई।

गौरतलब है कि कुछ वर्ष पहले नेम बहादुर चंद के बेटे ललित चंद की भी दुर्घटना में मौत हो गई थी। जबकि शनिवार को चकरपुर इलाके में हुई सड़क दुर्घटना में चंद परिवार के चार सदस्यों की मौत ने पूरे परिवार की खुशियों को एक पल में छीन लिया। नेम बहादुर चंद के दो बेटे प्रेम व दीपक जहां चेन्नई में प्राइवेट नौकरी करते हैं। वही इस दुखद सूचना के बाद वह लोग भी चेन्नई से खटीमा को रवाना हो गए है।

यह भी पढ़ें 👉  राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना कार्यक्रम के तहत 33 छात्राओं सीसीसी कोर्स सफलता पूर्वक हुआ संपन्न,प्राचार्य ने के0आई0टी0एम0 के प्रबन्ध निदेशक कमल सिंह बिष्ट के विशेष सहयोग की प्रशंसा की

इस दुखद सूचना के बाद सबसे पहले मुड़ेली स्थित नेम बहादुर चंद के गोयल कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता बाबा विमलेश ने बताया कि नेम बहादुर चंद का बेहद ही खुशहाल परिवार था। सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के 4 लोगों की दर्दनाक मौत की सूचना के बाद पूरे मुडेली इलाके में गमगीन माहौल बना हुआ है। हर किसी की आंखें इस घटना की सूचना पाकर नाम है। इस दुखद घटना के बाद जहां उनके आवास पर सिर्फ उनकी पुत्रवधू ही मौजूद थी जबकि नेम बहादुर चंद के दोनों बेटे वर्तमान में चेन्नई में अपनी प्राइवेट नौकरी में कार्यरत थे। इस दुखद सूचना के बाद पूरा गांव उनके घर पर इस दुख की घड़ी में उमड़ पड़ा है। फिलहाल पुलिस द्वारा जहां चारों शवों का पोस्टमार्टम कराकर शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। वही नेम बहादुर चंद के बेटो के चेन्नई से घर पहुंचने के बाद चारों शवों के अंतिम संस्कार को बनबसा शारदा घाट में किया जाएगा।फिलहाल इस दुखद घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है।

यह भी पढ़ें 👉  नानकमत्ता: श्री गुरु नानक देव स्नातकोत्तर महाविद्यालय नानकमत्ता साहिब में राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर केएनएसएस स्वयंसेवियों ने सड़क सुरक्षा व साइबर क्राइम सुरक्षा को लेकर जागरूकता रैली निकाल आमजन को किया जागरूक
Ad Ad Ad
यह भी पढ़ें 👉  राजकीय महाविद्यालय अमोड़ी में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना कार्यक्रम के तहत 33 छात्राओं सीसीसी कोर्स सफलता पूर्वक हुआ संपन्न,प्राचार्य ने के0आई0टी0एम0 के प्रबन्ध निदेशक कमल सिंह बिष्ट के विशेष सहयोग की प्रशंसा की

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles