खटीमा के योग प्रशिक्षित बेरोजगारों ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को ज्ञापन सौंप योग शिक्षा को प्रदेश में अनिवार्य करने की करी मांग


खटीमा(उत्तराखण्ड)- सीमान्त खटीमा में योग प्रशिक्षित बेरोजगारों ने बुधवार को खटीमा पहुँचे सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को ज्ञापन सौंप योग को एक अनिवार्य विषय के रूप में प्राइमरी लेवल से लेकर उच्च शिक्षा तक तत्काल प्रभाव से लागू किये जाने की मांग की है।साथ ही योग शिक्षा को प्रदेश में अनिवार्य शिक्षा के रूप में लाघु करने की भी मांग की गई है।


अपने ज्ञापन के माध्यम से योग प्रशिक्षित बेरोजगारों ने सरकार द्वारा जल्द से जल्द शिक्षा, स्वास्थ्य व खेल के क्षेत्र में पदों का सृजन कर योग प्रशिक्षित बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाने की मांग की गई है।
योग प्रशिक्षित गौरव पांडे के अनुसार उत्तराखण्ड प्रदेश के समस्त प्रशिक्षित बेरोजगारों द्वारा बीजेपी सरकार के गठन के समय से ही सरकार से लगातार योग शिक्षा को अनिवार्य विषय के रूप में प्राइमरी लेवल से लेकर उच्च शिक्षा तक विशेष रूप से लागू करने व योग प्रशिक्षित युवाओं को शिक्षा स्वास्थ्य व खेल के क्षेत्र में पदों का रोजगार उपलब्ध कराने की मांग को शान्तिपूर्ण तरीके से उठाया जाता रहा है, जिस पर सरकार द्वारा आज तक योग प्रशिक्षित युवाओ को आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिल पाया है।
एक ओर जहाँ आज सम्पूर्ण विश्व योग की तरफ आगे बढ़ रहा है,योग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक एवम सामाजिक प्रत्येक पहलु को जानने व समझने का प्रयत्न कर रहा है।लेकिन इस सबके बावजूद योग शिक्षा के महत्व को सरकार नही समझ रही है।और ना ही इसे आज तक पाठ्यक्रम ने अनिवार्य विषय के रूप में लाघु किया जा सका है।
इसलिए योग प्रशिक्षितों ने शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार अरविंद पांडे से आशा व विश्वास के साथ मांग करी है कि मानव जीवन में योग के महत्व को देखते हुए एवम योग प्रशिक्षित बेरोजगारों के दर्द को समझते हुए सरकार उनकी मांगों पर गौर कर जल्द योग को अनिवार्य विषय के रूप में प्रदेश में लाघु कर युवा योग प्रशिक्षित बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगी।
वही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को ज्ञापन देने वाले योग प्रशिक्षित बेरोजगारों में गौरव पांडेय, शंकर सिंह अधिकारी, संजय बोरा, हरीश ओझा, उमा भंडारी, ज्योति लाल,गुमान सामन्त, संगीता ज्याला, कविता खोलिया, संगीता चंद, बबीता जोशी, दीपा मेहरा, रितु कौर, गीता ततरारी आदि मौजूद रहे।
